शृंगार गौरी-ज्ञानवापी केस : हिंदू पक्ष में रार, वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेन सिंह ने वकील विष्‍णु शंकर पर लगाए गंभीर आरोप

जितेंद्र सिंह बिसेन विश्व वैदिक सनातन संस्था के अध्यक्ष हैं जबकि विष्णु जैन अन्य चार महिलाओं के साथ अपना वकालतनामा दाखिल करके इस केस में मुकदमा लड़ रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 7 mins
वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेन सिंह ने वकील विष्‍णु शंकर पर कई आरोप लगाए हैं
वाराणसी:

मां शृंगार गौरी-ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर मुकदमा लड़ रहे हिंदू पक्ष में मतभेद सामने आए हैं.विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेन सिंह बिसेन ने एडवोकेट विष्णु शंकर जैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बिसेन ने पत्रकारों को बताया, "एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने 26 मई 2022 को मां शृंगार गौरी प्रकरण की वादिनी मंजू व्यास, सीता साहू, लक्ष्मी देवी और रेखा पाठक के हस्ताक्षर से कोर्ट में वकालतनामा प्रस्तुत किया, उसमें मां शृंगार गौरी प्रकरण की अहम वादिनी राखी सिंह शामिल नहीं थीं. उससे पहले, जैन ने कभी वकालतनामा नहीं दाखिल किया था. विष्‍णु शंकर जैन ने उस समय वकालतनामा प्रस्तुत किया जब वह सुप्रीम कोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार के अधिवक्ता थे. कोई भी अधिवक्ता जो स्टेट का अधिवक्ता है, वह उसी के खिलाफ अपना वकालतनामा दाखिल नहीं कर सकता है. इसी आधार पर मुस्लिम पक्ष हमारे दावे और तर्कों को खारिज करा देगा. इस तरह से एडवोकेट विष्णु शंकर जैन साजिश रचकर हमारा पक्ष कमजोर करने पर तुले हुए हैं. वकालतनामा उन्होंने इसीलिए लगाया ताकि हमारा मुकदमा डिसमिस हो जाए."

बिसेन ने आगे कहा कि एडवोकेट विष्णु शंकर जैन, संस्‍थान इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर के एक लाइफ टाइम मेंबर से जुड़े हैं और पूरी तरह से उसके प्रभाव में हैं. उस शख्स का नाम तो नहीं खोलूंगा, लेकिन उनकी मेंबरशिप संख्या 1289 है. इस शख्स ने पूरी तरह से विष्णु शंकर जैन को अपनी कठपुतली बना रखा है. इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर ने ज्ञानवापी प्रकरण को 'हाइजैक' कर लिया है. सेंटर की संरक्षक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं. इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर किसी भी तरह से हिंदुओं का हितैषी नहीं है और वह लगातार हमारे खिलाफ साजिश रच रहा है. 

उन्‍होंने कहा, "आज हम जिला जज की अदालत में अर्जी दे रहे हैं. हम अदालत को बताएंगे कि विष्णु शंकर जैन सुप्रीम कोर्ट में स्टेट के काउंसिल हैं. ऐसे में वह स्टेट के खिलाफ दर्ज मुकदमे में ही वकालतनामा कैसे दाखिल कर सकते हैं. यह एक बड़ी साजिश है और हमें इस मुकदमे से अलग किया जाए. वह मुस्लिमों से मिलकर हमारा मुकदमा खारिज कराने के प्रयास में लगे हुए हैं. हम अपने दावे को लेकर सांवैधानिक तरीके से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. हम अपना मामला अपने से देख लेंगे." गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद में श्रृंगार गौरी मंदिर में दर्शन पूजन और पूजा पाठ की याचिका राखी सिंह ने दायर किया था उनके साथ चार अन्य महिलाएं भी इसमें शामिल हुई थी राखी सिंह के चाचा जितेंद्र सिंह बिसेन है जो विश्व वैदिक सनातन संस्था के अध्यक्ष हैं जबकि विष्णु जैन अन्य चार महिलाओं के साथ अपना वकालतनामा दाखिल करके इस केस में मुकदमा लड़ रहे हैं. दोनों की अनबन अब सतह पर दिखाई पड़ने लगी है.
 

Featured Video Of The Day
Bihar Voter List Row 2025 पर Supreme Court का बड़ा बयान: 'पार्टियों-चुनाव आयोग के बीच..' | SC On SIR