श्रद्धा वालकर हत्याकांड में आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ दिल्ली पुलिस के पास मौजूद 10 सबूतों के अलावा कुछ ऐसी चीज़ें हैं, जो अब तक बरामद नहीं हो पाई हैं...
देशभर में चर्चा का विषय बन चुके श्रद्धा वालकर मर्डर केस में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का पुलिस रिमांड आज, यानी गुरुवार को खत्म हो रहा है, सो, उसे अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस उसका रिमांड बढ़ाए जाने की अपील करेगी. दिल्ली पुलिस आफताब को साकेत कोर्ट में 10 बजे के बाद कभी भी पेश कर सकती है, जहां उसका पुलिस रिमांड कम से कम एक हफ्ते के लिए बढ़ाए जाने का आग्रह अदालत से किया जाएगा. इसके लिए बेहद अहम है कि दिल्ली पुलिस यह बताए कि आफताब के खिलाफ उनके पास अब तक क्या-क्या सबूत इकट्ठा हुए हैं, और यह भी बेहद अहम होगा कि पुलिस आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ क्या-क्या दलील पेश करती है.
- दिल्ली पुलिस के पास सबसे पहला सबूत आफताब अमीन पूनावाला का इकबालिया बयान है कि उसी ने श्रद्धा वालकर का कत्ल किया.
- दूसरा सबूत भी इकबालिया बयान का हिस्सा है कि आफताब ने श्रद्धा वालकर के शव के 35 टुकड़े करने की बात कही, जिन्हें उसने फ्रिज में रखा, और थोड़ा-थोड़ा कर ठिकाने लगाया. पुलिस के पास उस दुकानदार का बयान मौजूद है, जिससे फ्रिज खरीदा गया था. फ्रिज की खरीद की रसीद भी मौजूद है, जो 19 मई की है. वैसे, फ्रिज भी फॉरेंसिक जांच में शामिल है.
- तीसरा सबूत उस दुकानदार का बयान है, जिससे आफताब ने चाकू खरीदने का दावा किया.
- चौथा सबूत डॉक्टर अनिल सिंह का बयान है, जिनसे आफताब ने हाथ में कट लगने के बाद टांके लगवाए थे.
- पांचवा सबूत जंगल से बरामद 10 हड्डियां हैं, हालांकि उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिससे साफ होगा कि वे हड्डियां श्रद्धा वालकर की हैं या किसी जानवर की.
- छठा सबूत रसोई में एक जगह मिले खून के निशान हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.
- सातवां सबूत 54,000 रुपये का ऑनलाइन ट्रांसफर है, जो आफताब ने ही श्रद्धा के अकाउंट से अपने अकाउंट में किया.
- आठवां सबूत श्रद्धा वालकर की आफताब अमीन पूनावाला के साथ चैट, कॉल रिकार्ड, और उनकी लोकेशन डिटेल हैं.
- नौवां सबूत श्रद्धा वालकर के पिता का बयान है.
- 10वां सबूत आफताब के फ्लैट से मिला श्रद्धा का बैग है, जिसमें कुछ सामान है.
- अब इन सबूतों के अलावा कुछ ऐसी चीज़ें हैं, जो दिल्ली पुलिस अब तक बरामद नहीं कर पाई है. सबसे अहम मुद्दा है कि पुलिस अभी तक श्रद्धा के शव के कई टुकड़े, खासतौर से सिर, बरामद नहीं कर पाई है. इसके अलावा, अब तक वारदात में शामिल चाकू या आरी बरामद नहीं हुई है. हत्या के वक्त आफताब और श्रद्धा द्वारा पहने गए कपड़े भी बरामद नहीं हुए हैं, जिन्हें आफताब ने कूड़ा गाड़ी में फेंकने का दावा किया. श्रद्धा वालकर का मोबाइल फोन भी अब तक बरामद नहीं हो पाया है. श्रद्धा के पिता का ब्लड सैंपल लिया गया है, और उनके डीएनए से अब बरामद की गई हड्डियों के डीएनए का मिलान किया जाएगा. यह रिपोर्ट लगभग 15 दिन तक मिल सकेगी. टेक्निकल जांचों की भी कई रिपोर्ट अब तक बाकी हैं, पुलिस द्वारा करवाई जा रही CCTV मैपिंग की रिपोर्ट आनी है. फोन से रिकवर होने वाले डेटा की रिपोर्ट आना भी अभी बाकी है. बम्बल डेटिंग ऐप से मांगी गई रिपोर्ट भी अब तक पुलिस को नहीं मिली है.
- अब पुलिस कोर्ट के सामने यही सब बातें रखेगी और कोशिश करेगी कि ज़्यादा से ज़्यादा दिन का रिमांड हासिल हो जाए, क्योंकि बहुत अहम और ठोस सबूत आफताब के खिलाफ पुलिस के पास अब तक नहीं हैं.
- कत्ल छह महीने पहले किया गया था, और सबूत मिटा दिए गए थे, इसलिए पूरी जांच मोटे तौर पर फॉरेंसिक और साइंटिफिक रिपोर्ट पर ही टिकी है. इसी वजह से इस केस में परिस्थितिजन्य सबूत काफी अहम होंगे, क्योंकि हत्या का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है. कोई ऐसा गवाह भी नहीं है, जिसने आफताब को श्रद्धा के शव के टुकड़े ले जाते और ठिकाने लगाते देखा हो.
- वैसे, पुलिस को अभी श्रद्धा वालकर के दोस्तों के बयान भी लेने हैं, जो काफी अहम साबित हो सकते हैं. एक और अहम पहलू यह है कि अगर पुलिस को आफताब के नार्को टेस्ट की इजाज़त मिल जाती है, तो वह दिल्ली के ही अम्बेडकर अस्पताल में करवाया जा सकता है.
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