श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब का आज नार्को टेस्ट नहीं होगा. जानकारी के अनुसार नार्को टेस्ट से पहले आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाएगा. इसके लिए पहले कोर्ट से अनुमति ली जाएगी. कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद 10 दिन में पॉलीग्राफ टेस्ट और नार्को टेस्ट की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. इसलिए अभी आरोपी का नार्को होने में समय लगेगा.
FSL के असिस्टेंट डायरेक्टर पुनीत पूरी ने कहा कि नार्को टेस्ट के माध्यम से आरोपी से पूछताछ की जाती है. नार्को टेस्ट में करीब 3 से 4 घंटे लगता है. यह जांच पुलिस को लीड देने के लिए होता है. वहीं, FSL के असिस्टेंट डायरेक्टर एसके गुप्ता नवे कहा कि नार्को टेस्ट से पहले मेडिकल टेस्ट और पॉलीग्राफ होगा. इसके बाद नार्को टेस्ट किया जाएगा. अभी पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए कोर्ट से अनुमतिली जाएगी.
फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. रजनीश ने कहा कि नार्को टेस्ट सच को बाहर लाने का तरीका है. ऐसा माना जाता है कि नार्को टेस्ट में आरोपी सही बोलता है, जिससे पुलिस जांच को सहयोग मिलती है. यह 6 महीना पूराना केस है. यह कार्य चुनौतीपूर्ण है. फिलहाल पुलिस और फॉरेंसिक के अधिकारी जांच कर रहे हैं.
दिल्ली की साकेत कोर्ट ने श्रद्धा हत्याकांड मामला में आरोपी आफताब पूनावाला का पांच दिन के अंदर नार्को टेस्ट कराने को कहा है. कोर्ट ने रोहिणी फॉरेंसिक साइंस लैब को 5 दिन के अंदर नारकोटिक्स करने का आदेश दिया है.
दरअसल, जब किसी आरोपी का नारको टेस्ट करवाया जाता है तब उसकी रजामंदी भी जरूरी होती है. अदालत में जब आफताब से पूछा गया कि वह नारको टेस्ट करवाने के लिए तैयार है? तब उसका जवाब था, 'मैं अपनी सहमति देता हूं.'
आरोपी आफताब पूनावाला ने कथित तौर पर 18 मई को 27 वर्षीय श्रद्धा वाकर का गला घोंट दिया था और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए, जिसे उसने दक्षिणी दिल्ली के महरौली में अपने निवास पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा और फिर आधी रात को शहर भर में फेंक दिया.
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