शिवसेना 4 और विधायकों के खिलाफ देगी अयोग्यता की अर्जी, इनका नाम है लिस्ट में शामिल

जिन 4 विधायकों के खिलाफ आवेदन का मसौदा तैयार किया गया है उनमें शामिल हैं सदा सरवणकर, प्रकाश आबिटकर, संजय रयमुलकर और रमेश बोरनारे. एक बार जब यह याचिका स्वीकार कर ली जाती है तो कुल विधायकों की संख्या 16 हो जाएगी.

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शिवसेना ने 4 और विधायकों के खिलाफ तैयार किया अयोग्यता का मसौदा
मुंबई:

महाराष्ट्र में शिवसेना के उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackrey) और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के बीच ताकत बढ़ाने और शह-मात का खेल तेज हो गया है. बागी कैंप की ताकत 40 तक पहुंच गई है, इस स्थिति में सीएम उद्धव ठाकरे के पास बेहद सीमित विकल्प बचे हैं. 12 के बाद शिवसेना ने अब 4 और विधायकों के खिलाफ अयोग्यता का मसौदा तैयार किया है. डिप्टी स्पीकर के विधान भवन पहुंचने पर ये ये आवेदन दिया जाएगा. जिन विधायकों के खिलाफ आवेदन का मसौदा तैयार किया गया है उनमें शामिल हैं सदा सरवणकर, प्रकाश आबिटकर, संजय रयमुलकर और रमेश बोरनारे. एक बार जब यह याचिका स्वीकार कर ली जाती है तो कुल विधायकों की संख्या 16 हो जाएगी, जिनके खिलाफ अयोग्यता दायर हुई है.

इससे पहले 12 विधायकों को अयोग्य ठहराने की अर्जी दी गई 
ऐसे में 12 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की अर्जी दी गई है.शिवसेना (Shiv Sena) में उद्धव ठाकरे गुट ने पार्टी के 12 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग करते हुए ये याचिका दी है. इसमें बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे और भरत गोगावाले का भी नाम है. NDTV से बात करते हुए अरविंद सावंत ने कहा था कि गुरुवार दोपहर को हमने 12 विधायको की सदस्यता रद्द करने की मांग की है. एनसीपी की बैठक थी इसलिए नरहरि झिरवाल (डिप्टी स्पीकर) आए नहीं थे. उन्होंने कहा कि यह 44 पन्नों की अर्जी है, इसलिए समय लगा. कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. पार्टी की ओर से व्हिप जारी करने के बावजूद वो मीटिंग में नहीं आए, इसलिए इनकी सदस्यता रद्द की जाए. हमारी याचिका को स्वीकार कर लिया गया है.

  1. महेश शिंदे   
  2. अब्दुल सत्तार   
  3. संदीपन भुमरे  
  4. भरतसेठ गोगावले   
  5. संजय शिरसाट   
  6. यामिनी जाधव  
  7. प्रभाकर सुर्वे   
  8. तानाजी सावंत
  9. एकनाथ शिंदे  
  10. बालाजी किनिकार   
  11. अनिल बाबर 
  12. लता सोनवाने

गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी सरकार, शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले गुट की 'कठिन चुनौती' का सामना कर रही है. शिंदे गुट की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है और अब तक करीब 40 विधायक इसके साथ जुड़ चुके हैं. सियासी संकट के बीच उद्धव सरकार में शिवसेना की सहयोगी एनसीपी और शिवसेना ने अपने-अपने विधायकों की बैठक बुलाई थी. राज्‍य के सियासी संकट को लेकर राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की ओर से बुलाई गई बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे के प्रति पूरा समर्थन जताया गया. कांग्रेस ने भी ऐसे ही संकेत दिए हैं.

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