शिमला की संजौली मस्जिद गिराने पर हिन्दू संगठनों ने दी 1 हफ्ते की मोहलत, 29 को हो सकता है बड़ा फैसला

शिमला की जिला अदालत ने बृहस्पतिवार को हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड और संजौली मस्जिद समिति की याचिका को खारिज करते हुए इस मस्जिद के पूरे ढांचे को ध्वस्त करने के नगर आयुक्त अदालत के फैसले को बरकरार रखा था.

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संजौली मस्जिद विवाद: विरोध प्रदर्शन पर बैठे लोग, FIR वापस लेने की मांग
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  • संजौली में अवैध मस्जिद को लेकर हिंदू संगठन आज 11 बजे महाप्रदर्शन की तैयारी में है.
  • प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है और मस्जिद के आसपास बैरिकेड्स लगाए गए हैं. भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
  • हिंदू संगठनों ने FIR वापस न होने पर पूरे हिमाचल में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
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शिमला:

संजौली मस्जिद विवाद में हिन्दू संगठनों का आमरण अनशन शुक्रवार को खत्म हो गया है. सरकार से आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन खत्म किया गया है. हिंदू रक्षा मंच के अध्यक्ष कमल गौतम ने कहा कि आमरण अनशन खत्म किया है. लेकिन क्रमिक अनशन रहेगा, मामले से जुड़े FIR वापिस करने की बात हुई है. संजौली अवैध मस्जिद का बिजली पानी काटने और सील करने की मांग सहित मस्जिद गिराने की मांग को लेकर कमेटी गठित हुई है, जिसकी बैठक 29 नवम्बर को होगी.

क्या है पूरा मामला

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के उपनगरीय क्षेत्र संजौली में स्थित एक मस्जिद को लेकर विवाद तब बढ़ गया, जब  पिछले शुक्रवार को नमाज पढ़ने से रोकने पर पुलिस ने 6 लोगों पर मामला दर्ज किया था. दरअसल स्थानीय महिलाओं ने मस्जिद के अवैध निर्माण पर आपत्ति जताई थी और नमाज का विरोध किया था. जिसके बाद पुलिस ने दो महिलाओं सहित 6 हिन्दू संगठन के लोगों पर FIR दर्ज की थी. केस दर्ज होने के विरोध में देवभूमि संघर्ष समिति के लोग मंगलवार से संजौली थाना के बाहर अनशन पर बैठ गए और आज महाप्रदर्शन करने वाले थे.

महाप्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार था और मस्जिद के आसपास बैरिकेड्स लगाए गए थे. यहां तक की भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. ताकि प्रदर्शनकारियों पर काबू पाया जा सके. हालांकि इस बीच प्रशासन ने हिन्दू संगठन के नेताओं से बात कर प्रदर्शन को रुकवा लिया.

हिन्दू संगठन के लोगों का कहना है कि संजौली मस्जिद को एमसी कोर्ट के बाद जिला अदालत ने भी अवैध करार देते हुए तोड़ने के आदेश दिए है. बाबजूद इसके आज तक मस्जिद की बिजली पानी नहीं काटा गया. मस्जिद में नमाज पढ़ी जा रही है. नमाज पढ़ने से रोकने पर बिना शिकायत के SHO ने अपने स्तर पर FIR दर्ज कर दी. जो गलत है. 

हिमाचल प्रदेश देवभूमि संघर्ष समिति के सह सयोंजक विजय शर्मा ने कहा कि जिस तरह से अवैध संजौली मस्जिद को लेकर पुलिस, एमसी शिमला व जिला प्रशासन का रवैया हैं वो ठीक नहीं है. ये रवैया हिमाचल प्रदेश में बड़े आंदोलन की तरफ धकेल रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी हैं कि अगर समय रहते एफआईआर दर्ज वापस नहीं ली तो पूरे हिमाचल में आंदोलन होगा.

बता दें शिमला की जिला अदालत ने बृहस्पतिवार को हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड और संजौली मस्जिद समिति की याचिका को खारिज करते हुए इस मस्जिद के पूरे ढांचे को ध्वस्त करने के नगर आयुक्त अदालत के फैसले को बरकरार रखा था.

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