उत्तर भारत में स्थित पहाड़ी हिमाचल प्रदेश राज्य में कुल 4 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है शिमला संसदीय सीट, यानी Shimla Parliamentary Constituency, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1259085 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी सुरेश कुमार कश्यप को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 606182 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में सुरेश कुमार कश्यप को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 48.14 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 66.24 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर INC प्रत्याशी धनी राम शांडिल दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 278668 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 22.13 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 30.45 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 327514 रहा था.
इससे पहले, शिमला लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1153363 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी वीरेंद्र कश्यप ने कुल 385973 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 33.47 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 52.3 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे INC पार्टी के उम्मीदवार मोहनलाल ब्राक्टा, जिन्हें 301786 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 26.17 प्रतिशत था और कुल वोटों का 40.89 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 84187 रहा था.
उससे भी पहले, हिमाचल प्रदेश राज्य की शिमला संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1106608 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से BJP उम्मीदवार वीरेंदर कश्यप ने 310946 वोट पाकर जीत हासिल की थी. वीरेंदर कश्यप को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 28.1 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 50.42 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर INC पार्टी के उम्मीदवार धनीराम शांडिल रहे थे, जिन्हें 283619 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 25.63 प्रतिशत था और कुल वोटों का 45.99 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 27327 रहा था.