भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर चल रहे विवाद के बीच आई बीबीसी की एक रिपोर्ट पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पश्चिमी मीडिया को खरी-खरी सुनाई है. शशि थरूर का कहना है कि पश्चिमी मीडिया दूसरे देशों का आकलन करने में बहुत तेजी दिखाता है. इसलिए उन्हें भारत-कनाडा के संबंधों पर बीबीसी की रिपोर्ट देखकर हैरानी नहीं हुई. पश्चिमी मीडिया का ये रवैया नया नहीं है.
सांसद शशि थरूर ने बीबीसी की रिपोर्ट को लेकर ट्वीट किया, "मैं पश्चिमी मीडिया द्वारा नियमित रूप से लगाए जाने वाले आरोपों से हैरान नहीं होता हूं. दरअसल, वे दूसरे देशों का आकलन करने में बहुत तेजी दिखाते हैं, और अपने देशों के प्रति इतने चुप्पी साधे रखते हैं! बीबीसी का विश्लेषण कहता है कि पश्चिमी देशों ने रूस, ईरान या सऊदी अरब जैसे देशों द्वारा की गई कथित हत्याओं की निंदा की है और वे नहीं चाहेंगे कि भारत उस सूची में शामिल हो." उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा, "हेल्लो? पिछले 25 वर्षों में दूसरे देशों की सीमाओं में जाकर की गई कथित हत्याओं में सबसे ऊपर अमेरिका और इजरायल का नाम आता है! क्या पश्चिम में कोई आईना मौजूद है?
शशि थरूर ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. दरअसल, जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ पाया गया है. इसके बाद कनाडा ने मौजूद भारतीय राजनयिक को देश छोड़ने का आदेश दे दिया. इसके जवाब में भारत ने भी कनाडा के राजनयिक को पांच दिन के भीतर देश से चलने जाने के लिए कहा है.
भारत ने मंगलवार को ट्रूडो के आरोपों को ‘बेतुका' और निजी हितों से ‘प्रेरित' बताकर सिरे से खारिज कर दिया और इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के जवाब में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया. कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून को दो बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
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