क्या महाराष्ट्र में फिर आएगा राजनीतिक तूफान? विधायकों की वापसी पर शरद पवार ने दिए ये संकेत

महाराष्ट्र के मुंबई में मीडिया को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, "जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा. लेकिन उन नेताओं को लिया जाएगा जो संगठन को मजबूत करने में मदद करेंगे और पार्टी की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे."

Advertisement
Read Time: 2 mins

महाराष्ट्र की राजनीति में ऐसी खबरें है कि अजित पवार खेमे के कुछ विधायक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एनसीपी शरद पवार गुट में लौटने के इच्छुक हैं. शरद पवार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि जो लोग पार्टी को "कमजोर" करना चाहते हैं उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा.

महाराष्ट्र के मुंबई में मीडिया को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, "जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा. लेकिन उन नेताओं को लिया जाएगा जो संगठन को मजबूत करने में मदद करेंगे और पार्टी की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे."

Advertisement

उन्होंने कहा, "हालांकि, यह भी पार्टी (राकांपा-सपा) नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद ही होगा."

लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में अजित पवार खेमे के खराब प्रदर्शन के बाद ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि खेमे के कुछ विधायक राज्य विधानसभा चुनाव से पहले राकांपा(शरद पवार) में लौटने के इच्छुक हैं. राकांपा ने जिन चार सीटों पर चुनाव लड़ा उनमें से केवल एक पर जीत हासिल की, जबकि राकांपा-सपा ने जिन 10 सीटों पर चुनाव लड़ा उनमें से आठ पर जीत हासिल की.

महायुति गठबंधन - भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राकांपा - ने सामूहिक रूप से महाराष्ट्र में 17 सीटें हासिल कीं, जिसमें भाजपा को नौ सीटें और शिवसेना को सात सीटें मिलीं. 

अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के नेता कथित तौर पर मोदी 3.0 कैबिनेट में केवल राज्य मंत्री (एमओएस) का पद दिए जाने से नाराज थे. राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री के पद की पेशकश की गई थी, हालांकि, उन्होंने इसे यह कहते हुए ठुकरा दिया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री का पद स्वीकार करना उनके लिए पदावनति माना जाएगा, क्योंकि वह पहले कैबिनेट मंत्री थे.

तत्कालीन प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान, पटेल भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री थे.
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Himachal में Bharmour के एक गांव का मामला, प्रशासन ने नहीं सुनी तो गांववालों ने ख़ुद बनाई Road
Topics mentioned in this article