देश में गैर बीजेपी औऱ गैर कांग्रेसी तीसरा मोर्चा बनाने की अटकलों के बीच एनसीपी नेता शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) के दिल्ली स्थित आवास पर मंगलवार को हुई एक बैठक में आठ दलों के नेता पहुंचे. इसमें तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी, राष्ट्रीय लोकदल, सीपीआई, सीपीएम, आम आदमी पार्टी , समाजवादी पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस शामिल है. इसके अलावा पूर्व सांसद पवन वर्मा और जावेद अख्तर, संजय झा और पूर्व राजनयिक केसी सिंह भी इसमें भाग ले रहे हैं. इसे 2024 के लोकसभा चुनाव से पूर्व बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक साझा मंच बनाने की कोशिश माना जा रहा है. हालांकि शरद पवार ने इसे किसी तीसरे मोर्चे की कवायद मानने से इनकार किया है.
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पवार के करीबी सूत्रों ने कहा कि 'राष्ट्र मंच' के संयोजक यशवंत सिन्हा ने एनसीपी सुप्रीमो से ऐसी बैठक आयोजित करने के लिए अनुरोध किया था. इस पर सहमति जताते हुए शामिल होने तमाम दलों और उनके नेताओं को राष्ट्र मंच के तहत आमंत्रित किया गया है. कहा गया है कि शरद पवार या एनसीपी ने किसी नेता या पार्टी को बैठक में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया है.पवार ने पिछले कुछ हफ्तों में चुनावी रणनीतिककार प्रशांत किशोर से दो बार मुलाकात की थी और उसी के बाद अटकलो ंको दौर तेज हो गया था.
सीपीएम नेता नीलोत्पल बसु ने एनडीटीवी से कहा कि शरद पवार के घर पर हुई विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक को किसी राजनीतिक मंच बनाने की कोशिश के तौर पर देखना सही नहीं होगा.बैठक में आम लोगों की परेशानियों, बेरोजगारी, महंगाई के साथ-साथ लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हो रहे हमलों पर चर्चा की गई है. यह एक समान सोच वाले राजनीतिक दलों की बैठक थी.
इस बैठक में सबसे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा पहुंचे, जिनके राष्ट्र मंच ने यह बैठक आयोजित की थी.इस बैठक में नेशनल कान्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला, एनसीपी से माजिद मेमन, वंदना चौहान, आरएलडी से जयंत चौधरी, समाजवादी पार्टी से घनश्याम तिवारी और आम आदमी पार्टी से सुशील गुप्ता बैठक में पहुंचे.रिटायर्ड जज जस्टिस एपी शाह और संगीतकार जावेद अख्तर, वरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस तुलसी, कोलिन गोंजोल्वेज, पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी भी इसमें शामिल हुए.