दिल्ली सरकार ने अपने अधिकारियों को अपने 20 स्कूलों में जहां स्वास्थ्य क्लीनिक चल रहे हैं, वहां 15-18 साल के बच्चों के लिए अस्थायी टीकाकरण केंद्र खोलने का निर्देश दिया है. इस आयु वर्ग के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान 3 जनवरी को शुरू हुआ था. Directorate of Education ने इसे लेकर सभी सभी डीडीई (जिला) और डीडीई (जोन) को आदेश दिया है कि जिला प्रशासन के साथ मिलकर व्यवस्था करें. शिक्षा निदेशालय ने आधिकारिक आदेश में कहा, "अधिकारियों को टीकाकरण केंद्र स्थापित करने के लिए जिलाधिकारियों के साथ समन्वय करना है. टीकाकरण केंद्रों के लिए स्कूल के प्रधानाचार्य अलग से पर्याप्त स्थान उपलब्ध करवाएंगे."
इससे एक दिन पहले DoE ने अपने अधिकारियों को 15-18 आयु वर्ग के बच्चों के COVID-19 टीकाकरण में तेजी लाने के लिए विभिन्न उपाय करने के निर्देश दिए थे.
डीओई ने अपने आधिकारिक आदेश में लिखा, "सभी डीडीई (जिले) और डीडीई (जोन) अपने अधिकार क्षेत्र में मौजूद टीकाकरण केंद्रों का रोजाना दौरा करेंगे और टीकाकरण प्रक्रियाओं की जांच करेंगे. इसके अलावा, वे प्राचार्यों के पास बनाए जा रहे छात्रों को टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में सूचित किए जाने वाले रिकॉर्ड की जांच करने के लिए स्कूलों का दौरा भी करेंगे."
इसमें आगे लिखा है, "अधिकारी रैंडम तरीके से छात्रों और अभिभावकों को फोन कर यह पता लगाएंगे कि क्या उन्हें टीकाकरण के बारे में सूचित किया गया था और उन्हें टीका लगाया गया है या नहीं. स्कूलों के प्रमुखों को भी हर स्कूल में 80 प्रतिशत से अधिक बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने होंगे."
दिल्ली में 27,561 नए कोरोना केस, अप्रैल के बाद यह दूसरी सबसे अधिक संख्या, पॉजिटिविटी रेट 26% हुआ
दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में अब कुल 2363 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 99 कोविड सस्पेक्ट हैं और 2264 कन्फर्म कोरोना मरीज हैं. इन कुल 2264 मरीजों में 1987 दिल्ली से हैं और 277 दिल्ली से बाहर के हैं. इनमें से 739 मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर एडमिट किया गया है, जिनमें से 91 मरीज गम्भीर स्थिति में वेंटिलेटर पर एडमिट हैं, जबकि 618 कोरोना मरीज ICU में हैं.
दिल्ली कोरोना बुलेटिन के अनुसार डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल्स में बेड्स में 14,802 में से 2363 पर मरीज हैं और 84.04% बेड्स खाली हैं. इसी तरह, कोविड केयर सेंटर्स में 4626 बेड्स में से 590 पर मरीज हैं और 87.25% बेड्स खाली हैं, जबकि कोविड हेल्थ सेंटर्स में 158 बेड्स में से 39 पर मरीज हैं और 75.32% बेड्स खाली हैं.