देश में सड़क दुर्घटनाओं में दुपहिया वाहन सवारों की मौत का एक बड़ा कारण सिर में चोट लगना होता है. कई बार दुपहिया वाहन सवार हेलमेट नहीं पहनने के कारण अपनी जान गंवा देते हैं तो कई बार हेलमेट की घटिया क्वालिटी के चलते भी दुर्घटना के कारण सिर में चोट लग जाती है. हालांकि अब केंद्र सरकार वाहन निर्माता कंपनियों के साथ मिलकर दुपहिया वाहन के साथ दो हेलमेट फ्री देने की स्कीम ला रही है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में यह बताया. साथ ही उन्होंने 'राहवीर योजना' को लेकर भी जानकारी दी.
नितिन गडकरी ने कार्यक्रम में कहा, "हम लोग निर्णय कर रहे हैं कि जो टू-व्हीलर खरीदेगा, उसको वो कंपनी आईएसआई के स्टैंडर्ड के दो हेलमेट उस गाड़ी के साथ ही देगी, जिससे लोग हेलमेट पहने."
रोड एक्सीडेंट में 1.80 लाख मौतें
इस दौरान उन्होंने कहा कि हम रोड सेफ्टी को लेकर काम कर रहे हैं, लेकिन जितनी सफलता मिलनी चाहिए थी, उतनी नहीं मिली है.
उन्होंने बताया कि हर साल 10 हजार बच्चों की स्कूलों के सामने होने वाले एक्सीडेंट में मौत हो जाती है. उन्होंने बताया कि इसे लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ बुधवार को एक बैठक है.
गडकरी ने बताया कि देश में हर साल एक लाख 80 हजार मौतें रोड एक्सीडेंट में होती हैं. उन्होंने बताया कि हम रोड सेफ्टी ऑडिट कर रहे हैं और ब्लैक स्पॉट को बेहतर कर रहे हैं.
राहवीर योजना को लेकर दी जानकारी
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार राहवीर योजना भी लेकर आ रही है, जिसमें एक्सीडेंट होने के बादा यदि कोई उस व्यक्ति को अस्पताल लेकर जाता है तो हम उसे 25 हजार रुपये का अवार्ड देंगे. साथ ही एडिमट होने वाले शख्स को सात दिन का खर्चा या डेढ लाख रुपये हम देंगे और उस शख्स की जान बचाने की कोशिश करेंगे.
उन्होंने कहा कि यदि एक्सीडेंट के बाद घायल को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया जाए तो 50 हजार लोगों की जान बच सकती है.