केरल (Kerala) में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार के 11वीं कक्षा की परीक्षा ऑफलाइन कराने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने फिलहाल रोक लगा दी है. केरल में कोरोना वायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार 11वीं की परीक्षा ऑफलाइन कराने जा रही थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्णय दिया है. कोर्ट ने परीक्षा को एक सप्ताह के लिए स्थगित करने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए परीक्षाओं पर रोक लगाई कि, 'कम उम्र के बच्चों को जोखिम में नहीं डाला जा सकता है.'
न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, "केरल की स्थिति चिंताजनक है. देश में 35 हजार दैनिक मामलों के साथ यह 70 फीसद से अधिक मामलों के लिए जिम्मेदार है. कम उम्र के बच्चों को जोखिम में नहीं डाला जा सकता है." 11वीं की ऑफलाइन परीक्षाएं 6 सितंबर से शुरू होने वाली थी.
जस्टिस हृषिकेश रॉय ने कहा, "मैं केरल का मुख्य न्यायाधीश रहा हूं और मैं कह सकता हूं कि केरल में देश का सबसे अच्छा चिकित्सा ढांचा है. इसके बावजूद केरल COVID मामलों को नियंत्रित नहीं कर पाया है."
केरल में गुरुवार को कोविड-19 के 32,097 मामले सामने आए हैं. वहीं 188 लोगों की मौत हो गई. देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में केरल शीर्ष पर है. देश में कोरोना के ज्यादातर मामले केरल से ही होते हैं.
केरल में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 2,40,186 तक पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे के दौरान 21,634 मरीज ठीक भी हुए हैं. सर्वाधिक मरीज केरल के त्रिशूर में सामने आए हैं. त्रिशूर में 24 घंटे के दौरान 4,334 मामले सामने आए हैं.
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