- सावन का महीना भोलेनाथ के भक्तों के लिए विशेष होता है, जो भोलेनाथ को खुश करने के लिए कठिन व्रत और तपस्या करते हैं.
- शंभू कुमार कैदी बम अपने शरीर को जंजीरों में जकड़कर बाबा धाम देवघर की पैदल यात्रा पर हैं, वो बिहार के जहानाबाद के निवासी हैं.
- शंभू कुमार ने बताया कि उनके सपने में बाबा भोलेनाथ आए और उन्हें उनके गुनाह का प्रायश्चित करने के लिए कहा.
भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी से चातुर्मास के दौरान 4 महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं और इस दौरान सृष्टि का संचालन भगवान शिव करते हैं. सावन का महीना भोले के भक्तों के लिए खास होता है. वो भोले भंडारी को खुश करने के लिए हर जतन करते हैं. यूं तो भोले इतने भोले हैं कि उन्हें सिर्फ जल चढ़ा देने पर भी खुश हो जाते हैं, मगर भोले के भक्त अपनी भक्ति साबित करने के लिए एक से बढ़कर एक कठिन व्रत करते हैं. ऐसे ही एक भक्त हैं शंभू कुमार कैदी बम.
शंभू कुमार कैदी बम कौन?
शंभू कुमार कैदी बम अपने हाथों में जंजीर , पैरों में जंजीर , कमर और बदन सहित गर्दन पर भी जंजीर बांधे हुए बाबा धाम देवघर जा रहे हैं. इन्हें न तो पुलिस ने गिरफ्तार किया है और न ही इन्होंने कोई अपराध किया है. ये आम मुजरिम नहीं हैं, बल्कि बाबा भोले नाथ के मुजरिम हैं और यही कारण है कि जंजीरों में खुद को जकड़कर कैदी बम बनकर बाबा धाम जा रहे हैं.
मुंगेर के कच्ची करवरिया पथ पर शंभू कुमार कैदी बम मिले तो एनडीटीवी के संवाददाता ने उनसे बात की. वो 109 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर बाबा नगरिया देवघर जा रहे हैं. वो बिहार के जहानाबाद के रहने वाले हैं. शंभू कुमार ने बताया कि उनके सपने में बाबा भोले नाथ आए और बोले कि शंभू कुमार तुमने कोई गुनाह किया है. उसका प्रायश्चित करो. इसके बाद वो प्रायश्चित करने के लिए कैदी बनकर बाबा धाम जा रहे हैं.
शंभू कुमार बम का गुनाह क्या
शंभू कुमार ने बताया कि कैदी बनने के लिए उन्होंने अपने शरीर को जंजीरों में जकड़ लिया है. अब ये जंजीरें बाबा धाम पहुंचकर ही खुलेंगी. उनके इस तरह से बाबा धाम जाते देख हर कोई आश्चर्यचकित है. शंभू कुमार ने बताया कि वो 20 सालों से बाबा धाम जा रहे हैं, पर इस बार बाबा भोले नाथ ने स्वयं उनके सपने में आकर दर्शन दिया, ये बड़ी बात है. भोले बाबा ने उन्हें उनका गुनाह भी बताया. अब वो इस गुनाह का प्रायश्चित कर रहे हैं.