साधु के आत्‍मदाह को लेकर सियासत तेज, बीजेपी अध्‍यक्ष ने जांच के लिए गठित की टीम

सांसदों की टीम में राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अरुण सिंह, सीकर से सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह और सांसद तथा पूर्व पुलिस महानिदेशक यूपी बृजलाल हैं.

Advertisement
Read Time: 24 mins
नई दिल्ली:

राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर में संत विजयदास (Vijay Das) के आत्मदाह के बाद मृत्यु की जांच के लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने पार्टी के चार सांसदों की एक टीम गठित की है. टीम घटनास्थल का दौरा कर अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंपेगी. साथ ही भाजपा अध्यक्ष ने संत विजयदास के निधन पर शोक व्‍यक्‍त किया है. दरअसल, पहाड़ियों पर अवैध खनन के विरोध में 551 दिनों से आंदोलन चल रहा था और 20 जुलाई को संत विजय दास ने आत्मदाह कर लिया था. शनिवार सुबह उनकी मृत्यु हो गई. 

सांसदों की टीम में राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अरुण सिंह, सीकर से सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह और सांसद तथा पूर्व पुलिस महानिदेशक यूपी बृजलाल हैं. संत विजयदास के आत्मदाह के बाद प्रशासन भी हरकत में आया और अरावली में परिक्रमा पथ के क्षेत्र को संरक्षित क्षेत्र घोषित कर खनन बंद कराने का ऐलान किया गया. 

साधु विजयदास की मृत्यु को लेकर राजस्थान में विपक्षी दल भाजपा ने राज्य की कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधा और इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया है. मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए पूर्व मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि अगर अधिकारी और सत्ता से जुड़े राजनेताओं ने समय रहते संतों की बात सुनी होती तो एक साधु की जान नहीं जाती. उन्‍होंने कहा, ‘‘घटना के बाद मुख्यमंत्री असहाय हो कर स्वयं स्वीकार कर रहे हैं कि प्रदेश में अवैध खनन नहीं रुक रहा. इससे स्पष्ट है कि संत की मौत का जिम्मेदार अगर कोई है तो वह राज्य सरकार है.''

Advertisement

वहीं भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष सतीश पूनियां ने आरोप लगाया कि संत विजय दास की मौत का अगर कोई जिम्मेदार है तो वह खनन माफिया को संरक्षण देने वाली राजस्थान की कांग्रेस सरकार है. उन्‍होंने आरोप लगाया कि राज्‍य की सरकार खनन माफिया की गिरफ्त में है और राज्‍य के मुख्‍यमंत्री, गृहमंत्री के रूप में अपनी जिम्‍मेदारी से बच रहे हैं.

Advertisement

बता दें कि आत्मदाह का प्रयास करने वाले साधु विजयदास का नई दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया था. साधु को गुरुवार को गंभीर अवस्था में नई दिल्‍ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. नई दिल्‍ली में मौजूद भरतपुर के उपखंड अधिकारी संजय गोयल ने साधु के निधन की पुष्टि की है. विजय दास का पार्थिव शहर उत्तर प्रदेश के बरसाना ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. \

Advertisement

उल्लेखनीय है कि डीग क्षेत्र में खनन गतिविधियों को बंद करने की मांग को लेकर पसोपा में साधु-संतों का आंदोलन चल रहा था. इस आंदोलन के बीच बुधवार को साधु विजय दास ने आत्मदाह का प्रयास किया था. 

Advertisement

ये भी पढ़ें:

* साधु द्वारा खुद को आग लगाने के बाद राजस्थान ने बंद की पत्थर की खदानें
* राजस्थान और पंजाब को लेकर खुफिया अलर्ट जारी, ISI और खालिस्तान समर्थक रच रहे हैं साजिश
* "बदले की राजनीति BJP-RSS के चरित्र का प्रमाण": अहमद पटेल और सोनिया गांधी पर लगे आरोपों पर अशोक गहलोत

राजस्थान : आत्मदाह का प्रयास करने वाले साधु की हालत गंभीर


 

Featured Video Of The Day
Haryana Elections: BJP और Congress का Manifesto, किसका देगी जनता साथ? | NDTV Cafe
Topics mentioned in this article