कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को लखीमपुर खीरी जाते समय पुलिस ने मुरादाबाद में हिरासत में ले लिया. पायलट के मुताबिक, उनके साथ कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को भी हिरासत में लिया गया तथा उन्हें मुरादाबाद के एक गेस्टहाउस में रखा गया है. वह और आचार्य प्रमोद कृष्णम सड़क मार्ग से लखीमपुर खीरी जा रहे थे. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘मुझे और आचार्य प्रमोद जी को हिरासत में ले लिया गया है. हम सिर्फ पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने जा रहे थे. हमने कोई कानून नहीं तोड़ा है.''
पायलट ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जिन लोगों के नाम प्राथमिकी में हैं, उनसे कोई पूछताछ नहीं हो रही है और उनको हिरासत में नहीं लिया जा रहा है, लेकिन जो पीड़ित परिवारों से मिलकर उनका दुख साझा करने जा रहे हैं उनको हिरासत में लिया जा रहा है.''
इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘लखीमपुर खीरी जाते समय मुझे व आचार्य प्रमोद जी को उत्तरप्रदेश प्रशासन द्वारा मुरादाबाद में रोक दिया गया है. लोकतंत्र व संवैधानिक मूल्यों को कुचलकर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को आहत किया है.'' कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा, ‘‘सत्याग्रह की राह पर चलकर हम न्याय की आवाज उठाते रहेंगे.''
उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी को भी लखीमपुर खीरी जाते हुए सोमवार सुबह हिरासत में लिया गया था और इसके बाद से उनको सीतापुर के पीएसी परिसर में पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था. राहुल गांधी बुधवार को सीतापुर पहुंचे और उनकी अगुवाई में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने लखीमपुर खीरी जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की.
लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
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