रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Russian Foreign Minister Sergey Lavrov) ने सोमवार को कहा कि भारत में एंटी-कोविड सिंगल डोज वाली वैक्सीन स्पुतनिक लाइट (vaccine Sputnik Light) के उत्पादन पर बातचीत पूरी होने वाली है. रूसी मीडिया TASS की रिपोर्ट के अनुसार, नई दिल्ली में अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के साथ बातचीत के बाद लावरोव ने कहा, "स्पुतनिक लाइट पर बातचीत पूरी होने वाली है."
मंत्री ने कहा कि दो-घटक वाली वैक्सीन स्पुतनिक वी के उत्पादन पर समझौता जल्द ही लागू होगा. TASS ने उनके हवाले से बताया, "वैक्सीन का उत्पादन काफी बड़े पैमाने पर होने की उम्मीद है- यह हर साल लगभग 100 मिलियन खुराक हो सकती है."
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने कहा था: "हम दिसंबर में भारत में स्पुतनिक लाइट के लॉन्च के लिए आशान्वित हैं और हम भारतीय संस्थानों के साथ बहुत अच्छा काम कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "भारत में हमारे प्रोडक्शन पार्टनर के रूप में सीरम इंस्टीट्यूट है, और हमें विश्वास है कि स्पुतनिक लाइट भारतीय टीकाकरण अभियान में एक बड़ी भूमिका निभाएगा."
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सितंबर के मध्य में, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के तहत विशेषज्ञों की एक समिति ने भारत में स्पुतनिक लाइट अध्ययन के तीसरे (अंतिम) चरण के मध्यवर्ती परीक्षणों के लिए एक परमिट जारी किया था. एक बार मंजूरी मिलने के बाद, स्पुतनिक लाइट भारत में इस्तेमाल होने वाली पहली एक खुराक वाली कोरोनावायरस वैक्सीन हो जाएगी.
भारत और रूस ने सोमवार को विश्वास जताया कि कोविड-19 टीकाकरण प्रमाण पत्र शीघ्र परस्पर स्वीकार्यता से दोनों देशों के लोगों की आवाजाही में सुविधा होगी. इसके साथ ही दोनों देश इसके लिए तेज गति से औपचारिकताएं पूरी करने पर भी सहमत हुए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई शिखर वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों देश, महामारी से पूर्व की क्षमता वाली, सीधी यात्री और मालवाहक उड़ान बहाल करने पर विचार करने के लिए सहमत हुए हैं.