रूस (Russia) ने यूक्रेन (Ukraine) पर हमला कर दिया है. हमले का आदेश रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दिया है. अब भी वहां पर हजारों भारतीय फंसे हैं. यूक्रेन ने रूस के हमलों को देखते हुए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए भारत में परिजन उनकी सलामती की दुआ मांग रहे हैं. इस बीच, यूक्रेन में फंसे एक छात्र के चिंतित पिता ने सरकार से मदद करने के लिए अपील की है. उन्होंने एनडीटीवी को बताया कि मेरे बेटे को कीव से दिल्ली के लिए फ्लाइट लेनी थी, लेकिन हवाई क्षेत्र बंद था. उसने हवाई अड्डे पर बम धमाकों की आवाज सुनी. उन्हें हवाई अड्डे से बाहर ले जाया गया और अब वे कीव की सड़कों पर फंसे हुए हैं. अगर आप भारतीय दूतावास को उनसे संपर्क करने के लिए कह सकते हैं, तो मैं उनका मोबाइल नंबर साझा कर सकता हूं. हम बहुत चिंतित हैं.
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उन्होंने कहा कि उनके बेटे की परीक्षा बुधवार को समाप्त हो गई थी. उसने आज के लिए एक फ्लाइट बुक की. हमने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा. उसकी परीक्षा के बाद वह आज अपनी फ्लाइट लेने वाला था. पिता रवि ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने बेटे को सुरक्षित घर वापस देखने के लिए तत्काल टिकट की दोगुनी कीमत चुकाई थी. उन्होंने कहा, "एक तरफ का टिकट 30,000 रुपए का है, लेकिन हमने 60,000 रुपए का भुगतान किया है. नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सरकार की सलाह भी देर से दी गई. अब वे फंसे हुए हैं और सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए. "हमें केवल अपने बच्चे की चिंता है. वे दहशत की स्थिति में हैं.
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वहीं यूक्रेन की राजधानी कीव में मौजूद भारतीय दूतावास की तरफ से एडवायज़री जारी कर कहा गया है कि यूक्रेन में बहुत अनिश्चितता की स्थिति है. आप शांति बनाए रखे और अपने घरों, हॉस्टलों और रास्तों में जहां हैं, वहां सुरक्षित रहें. इस एडवायज़री में कहा गया है कि राजधानी कीव की तरफ यात्रा कर रहे भारतीय अस्थाई तौर पर अपने शहरों में सुरक्षित स्थानों पर लौट जाएं. ख़ास कर यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से लगते सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की सलाह दी गई है.
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