यूक्रेन पर रूसी हमलों (Russia Invasion of Ukraine) के बीच भारत स्थित रूसी दूतावास (Russian Embassy in India) ने ऐलान किया है कि मास्को आज भारतीय समयानुसार दोपहर 12.30 बजे नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए मानवीय गलियारा (humanitarian corridors) खोलेगा और इस दौरान संर्घषविराम (Ceasefire) करेगा. इसमें पूर्वोत्तर यूक्रेन के सुमी शहर के गलियारे भी शामिल हैं, जहां लगभग 600 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं और बार-बार प्रयास करने के बावजूद नहीं निकल पा रहे हैं.
रूस ने कहा कि वह यूक्रेन के अधीन वाले इलाकों में मंगलवार को 0700 GMT से मानवीय गलियारे खोलेगा. यूक्रेन ने पहले खार्किव, कीव, मारियुपोल और सुमी शहरों से मानवीय गलियारों के लिए एक रूसी प्रस्ताव को खारिज कर दिया था, क्योंकि उसके कई मार्ग सीधे रूस या उसके सहयोगी बेलारूस में जाते थे.
रूस के हमले के बाद यूक्रेन में बिगड़ते हालात पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में चिंता जताते हुए भारत ने कहा था कि आगामी मानवीय संकट पर तत्काल और त्वरित ध्यान देने की जरूरत है. यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर चर्चा के दौरान संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने युद्धग्रस्त देश में फंसे भारतीय नागरिकों सहित सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित और निर्बाध मार्ग की तत्काल मांग दोहराई थी.
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तिरुमूर्ति ने कहा था, "भारत को इस बात की गहरी चिंता है कि रूस और यूक्रेन दोनों से हमारे बार-बार आग्रह के बावजूद सूमी में फंसे भारतीय छात्रों के लिए सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया है."
रूस ने यूक्रेनी पक्ष के साथ समझौते में सुमी से पोल्टावा और रूसी संघ के क्षेत्र से बेलगोरोड तक मानवीय गलियारों की घोषणा की है.