राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने जातीय जनगणना और महिला सुरक्षा मुद्दे को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर कहा कि हिंदू समाज में जाति और जातीय संबंध संवेदनशील विषय है. यह हमारी राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए महत्वपूर्ण विषय है. इसलिए इसे केवल चुनाव या राजनीति के नजरिए से नहीं देखना चाहिए. आरएसएस के राष्ट्रीय समन्वय सम्मेलन के समापन के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुनील आंबेकर ने कहा कई बार कल्याणकारी योजनाओ के लिए नंबर चाहिए होते हैं. सरकार को नंबर चाहिए होते हैं. पहले भी लिए हैं. लेकिन यह केवल उन जातियों के कल्याण के लिए होना चाहिए. यह चुनाव में राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.
महिलाओं के लिए शीघ्र न्याय की मांग
आरएसएस ने पश्चिम बंगाल में एक महिला चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना की निंदा की गई तथा इसे ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' करार दिया गया. आंबेकर ने कहा कि अत्याचारों का शिकार होने वाली महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के लिए कानूनों और दंडात्मक कार्रवाइयों की समीक्षा करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बैठक में कोलकाता की घटना को लेकर विस्तार से चर्चा की गई. आंबेकर ने कहा कि यह एक ‘‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना'' थी और ‘‘हर कोई इसके बारे में चिंतित है.''
इस बात पर गौर करते हुए कि देश में इसी तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, उन्होंने कहा कि बैठक में सरकार की भूमिका, आधिकारिक तंत्र, कानून, दंडनीय कार्रवाइयों और प्रक्रियाओं पर चर्चा हुई. आंबेकर ने कहा, ‘‘उनका (बैठक में मौजूद रहे लोगों का) मानना है कि इन सभी पर दोबारा विचार करने की जरूरत है ताकि हमारे पास उचित प्रक्रिया, फास्ट-ट्रैक प्रक्रियाएं उपलब्ध हों और हम पीड़ित के लिए न्याय सुनिश्चित कर सकें.''
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के संगोष्ठी कक्ष में नौ अगस्त को परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव बरामद किया गया था और चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म तथा हत्या के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था.