आरएसएस पूरे देश में विजय दशमी कार्यक्रम मना रहा है. इस दौरान नागपुर के संघ मुख्यालय में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने संबोधन (Mohan Bhagwat On Kolkata Rape Case) में कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर संग हुई घटना पर बंगाल सरकार को खूब सुनाया. उन्होंने कहा कि कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में जो हुआ, वह शर्मिंदा करने वाला है. घटना होने ही नहीं देना चाहिए, इसके लिए हमें चौकन्ना रहना चाहिए. घटना होने के बाद भी जिस तरह से अपराधियों को संरक्षण देने की कोशिश हुई वो गलत थी.
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कोलकाता रेप कांड पर RSS प्रमुख
मोहन भागवत ने संघ मुख्यालय से कोलकाता रेप कांड को लेकर ममता बनर्जी को भी खूब सुनाया. उन्होंने कहा कि एक द्रौपदी के वस्त्र को हाथ लगा महाभारत हो गया. एक सीता का हरण हुआ रामायण हो गया. कोलकाता में जो हुआ, वह लज्जाजनक घटना है और कलंकित करने वाली बात है. इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी वहां जिस प्रकार टालमटोल का प्रयास हुआ, अपराधियों को सरंक्षण का प्रयास हुआ, अपराध और राजनीतिक के गठबंधन का यह परिणाम है. समाज में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए हमें चौकन्ना रहने की जरूरत है.
आज देश के सामने बहुत सी चुनौतियां
इसके साथ ही संघ प्रमुख ने देश के सामने मौजूद अन्य चुनौतियों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बात चुनौती की करें तो उसका विचार हम सबको करना होगा. ये सिर्फ संघ या हिंदू समाज के सामने ही नहीं न सिर्फ भारत वर्ष के सामने है बल्कि ये चुनौती पूरी दुनिया के सामने उठ रही है. इसकी चर्चा करने की जरूरत है.
भारत को बढ़ने से रोकने की कोशिश
उन्होंने कहा कि भारत आगे बढ़ रहा है. लेकिन भारत को आगे बढ़ने से रोकने की सोच रखने वाली शक्तियां भी मौजूद हैं. ऐसे लोग तरह तरह की चालें चलेंगे.वो भारत को रोकने के लिए कुछ भी करेंगे. भारत अपने स्वार्थ की बली देकर भी सबको आगे बढ़ाने का काम करता हैं. हम सबकी मदद करते हैं. शांति के लिए हमने अपने हितों को बलिदान भी किया है. और करते भी है हैं. इसलिए भारत आगे बढ़ रहा है. कल चलकर हमारा स्पर्धक बनेगा जिनको इसका डर लग रहा है वो गलत है. अपने निहित स्वार्थ ठीक रहने चाहिए अपनी सुरक्षा को धक्का नहीं लगना चाहिए. दूसरे देश में उत्पाद करना किसी चुनी सरकार को गिराना सही नही है.