मानसूनी बादल देश के विभिन्न हिस्सों में जमकर बरस रहे हैं. बारिश से एक ओर जहां लोगों को रहात मिल रही है. वहीं, दूसरी ओर ये लोगों के लिए आफत बन गई है. जम्मू-कश्मीर के पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के ऊपरी इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण राजौरी जिले में दरहाली नदी उफान पर है, जिस कारण बाढ़ जैसी स्थिति उतपन्न हो गई है.
इधर, उत्तराखंड में भी बीते कुछ दिनों से जमकर बारिश हो रही है. लगातार हो रही भारी बारिश के कारण ऋषिकेश में गंगा नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है. नदी के आसपास के रिहायशी इलाके पानी में डूब गए हैं.
गौरतलब है कि उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में शनिवार तड़के सिलसिलेवार तरीके से बादल फटने की घटनाओं में चार लोगों की मौत गई जबकि 10 लोग लापता हो गए. वहीं, राज्य में कई नदियां उफान पर हैं, जिसके कारण पुल बह गए हैं. टिहरी जिले के ग्वाद गांव में मूसलाधार बारिश ने दो घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे सात लोग मलबे में दब गए.
टिहरी के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया कि मलबे से दो शव बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि कोठार गांव में मलबे में दबने से दम घुटने पर एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. पौड़ी जिले के बिनाक गांव में एक घर ढह गया जिससे 70 वर्षीय दर्शनी देवी की मौत हो गई.
ओडिशा में मूसलाधार बारिश के कारण कई जिलों में महानदी के बाढ़ का पानी भर जाने के कारण जहां कई लोगों के जीवन में मुसबीतें खड़ी हो गई हैं. वहीं, कुछ पर्यटकों के लिए यह नदी आकर्षण का केंद्र बन गई है और वे लबालब बह रही नदी को निहारने के लिए उमड़ पड़े हैं. कटक जिले में पिछले दो दिनों में सैकड़ों लोग मुंडाली, नारज और जोबरा बैराज पर उफान पर बह रही नदी को देखने के लिए एकत्रित हो गए हैं.
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