लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी के लिए राहत की खबर है. इस साल मार्च में खुदरा महंगाई दर 10 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है. नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) मार्च में घटकर 4.85 फीसदी पर आ गई. इससे पहले फरवरी में खुदरा महंगाई दर 5.09 फीसदी थी. खाद्य उत्पादों की कीमतों में नरमी आने से ऐसा हुआ है.
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अप्रैल से शुरू होने वाले नए वित्त वर्ष 2024-25 में खुदरा महंगाई दर पांच प्रतिशत से नीचे रहने का अनुमान लगाया था. आने वाले महीनों में खुदरा महंगाई दर और कम हो सकती है.
महंगे हुए खाद्य पदार्थ
मार्च में सब्जी, दाल, मसाले, अंडे जैसी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में दहाई अंक में बढ़ोतरी दर्ज की गई. सिर्फ खाद्य तेल और वनस्पति के खुदरा दाम में पिछले साल मार्च की तुलना में 11.72 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में सब्जी के दाम में पिछले साल मार्च के मुकाबले 28.34 प्रतिशत, अंडे में 10.33 प्रतिशत, दाल व दलहन में 17.71 प्रतिशत तो मसाले के भाव में 11.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई. अनाज के दाम में यह बढ़ोतरी 8.37 प्रतिशत की रही.
क्या हुआ सस्ता?
सब्जी और दाल के दामों में भी गिरावट आई है. पिछले महीने जूते-चप्पलों की कीमतों में भी गिरावट देखी गई. आंकड़ों के मुताबिक, इस साल फरवरी में खनन के उत्पादन में आठ प्रतिशत, बिजली में 7.5 प्रतिशत, प्राइमरी गुड्स में 5.9 प्रतिशत, इंटरमीडिएट गुड्स में 9.5 प्रतिशत, इंफ्रास्ट्रक्चर गुड्स में 8.5 प्रतिशत, तो कंज्यूमर ड्यूरेबल में 12.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही. जबकि, कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल गुड्स में इस अवधि में 3.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन भी बढ़ा
इस बीच देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन फरवरी 2024 में सालाना आधार पर 5.7 फीसदी बढ़ा. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) पर आधारित औद्योगिक उत्पादन फरवरी 2023 में 6 फीसदी बढ़ा था. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि फरवरी 2024 में भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 5.7 फीसदी बढ़ा है.
NSO के आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2024 में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर का उत्पादन 5 फीसदी बढ़ा, जो एक साल पहले इसी महीने में 5.9 फीसदी बढ़ा था. इस साल फरवरी में खनन उत्पादन 8 फीसदी और बिजली उत्पादन 7.5 फीसदी बढ़ा. बीचे वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-फरवरी के दौरान आईआईपी 5.9 फीसदी बढ़ा. जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5.6 फीसदी था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)