भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को राहुल गांधी पर फिर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता का अपनी ‘‘अभद्र'' टिप्पणियों के लिए ओबीसी समुदाय से माफी मांगने से इनकार करना गांधी परिवार के राजनीतिक अहंकार का एक और उदाहरण है. भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि ‘‘बिगाड़ने'' की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं होंगे क्योंकि देश की जनता प्रधानमंत्री के साथ है.
साक्षात्कार की याद दिलाई
राहुल को उनका आधिकारिक बंगला खाली करने का नोटिए दिए जाने पर कांग्रेस द्वारा सवाल उठाने पर ईरानी ने कहा कि यह उनकी संपत्ति नहीं बल्कि जनता की है. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह मानहानि के एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए गए राहुल गांधी को 22 अप्रैल तक उन्हें आवंटित सरकारी बंगला खाली करने को कहा गया है. महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी ने कहा, ‘‘2019 में एक पत्रिका को दिए साक्षात्कार में गांधी ने खुद कहा था कि मोदी की सबसे बड़ी ताकत उनकी छवि है और वह उनकी छवि बिगाड़कर रहेंगे.'' उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी का राजनीतिक दिवालियापन खुलकर सामने आ गया है. उन्होंने संसद में मोदी को अपशब्द कहे और आरोप लगाये, लेकिन वह अपने ही बयान की सत्यता को साबित नहीं कर पाए.''
राहुल का लक्ष्य सिर्फ मोदी
भाजपा नेता ने कहा कि गांधी की राजनीतिक हताशा ही है कि वह अपना वादा पूरा नहीं कर पाए और इसीलिए वह मोदी के खिलाफ लगातार हमले कर रहे हैं. ईरानी ने आरोप लगाया कि अपनी ‘‘राजनीतिक बौखलाहट'' में राहुल गांधी का मोदी जी के प्रति ‘‘विष'', देश के अपमान में परिवर्तित हो चुका है. उन्होंने कहा, ‘‘इसका एक उदाहरण जो आपने देखा वह राहुल गांधी की इंग्लैंड यात्रा है.'' उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का न तो लोकतंत्र से कोई सरोकार है और न ही अदालतों से. ईरानी ने कहा, ‘‘उनका लक्ष्य सिर्फ मोदी है. मोदी का लक्ष्य देश का विकास है. गौरतलब है कि भाजपा ब्रिटेन में कांग्रेस नेता की टिप्पणियों को लेकर उनकी आलोचना कर रही है. इसमें उनकी ‘‘लोकतंत्र खतरे में है'' टिप्पणी भी शामिल है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर भी घेरा
ईरानी ने कहा, ‘‘राहुल गांधी, एक पत्रिका के संपादक को किया गया आपका वादा कि आप मोदी की छवि बिगाड़ देंगे, ऐसा वादा है जो कभी पूरा नहीं होगा क्योंकि नरेन्द्र मोदी की सबसे बड़ी ताकत भारत के लोग हैं.'' आपराधिक मानहानि के एक मामले में राहुल को दोषी ठहराने तथा सजा सुनाए जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी हमारे देश में ओबीसी समुदाय से माफी मांगने की विनम्रता पैदा नहीं कर सके, जो गांधी परिवार के राजनीतिक अहंकार का एक और उदाहरण है.'' भाजपा नेता ने कहा, ‘‘देश ने गांधी के राजनीतिक अहंकार को तब देखा, जब कांग्रेस के एक दलित नेता ने उनकी चप्पल उठाई.'' बहरहाल, उन्होंने उस नेता का नाम नहीं लिया. ईरानी ने कहा, ‘‘जब भाजपा ने गरीब आदिवासी परिवार की द्रौपदी मुर्मू का नाम राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार के तौर पर रखा तो गांधी परिवार के संरक्षण में कांग्रेस नेतृत्व ने उन पर तीखे प्रहार किए.''
विदेश मंत्रालय देगा जवाब
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है कि गांधी परिवार से ‘‘किसी ने'' मोदी को ‘‘धमकी'' दी है. उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम संप्रग के इतिहास को देखें तो गांधी परिवार ने यह सुनिश्चित करने का पूरा प्रयास किया कि मोदी को विकास करने की उनकी नेतृत्व क्षमताओं के लिए दंडित किया जाए.'' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लेकिन गांधी परिवार प्रधानमंत्री मोदी की ‘‘विकास की राजनीति'' के प्रति लोगों के प्रेम को कम नहीं कर सका. राहुल को उनका आधिकारिक बंगला खाली करने के लिए कहने के सवाल पर ईरानी ने कहा, ‘‘यह केवल उनका घर नहीं है. यह लोगों की संपत्ति है.'' साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के गढ़ अमेठी में राहुल को हराने वाली ईरानी ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने अमेठी में जिस तरह से गरीब लोगों की जमीन छीनी है, उसे उसकी आदत हो गई है, उसे लगता है कि वह भारत की राजधानी में करदाताओं के मकानों पर भी कब्जा कर लेगी.'' अमेरिका के विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल के इस बयान पर कि वाशिंगटन गांधी के अदालती मामले पर नजर रख रहा है, इस पर ईरानी ने उम्मीद जतायी कि विदेश मंत्रालय इस पर ‘‘उचित प्रतिक्रिया'' देगा.
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