लाल किले पर हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस अब हजार से ज्यादा किसानों को नोटिस दे रही है. इसमें बुजुर्ग, महिलाएं और विकलांग भी शामिल हैं. दिल्ली पुलिस ने 220 किसानों की फोटो भी जारी की.
गाजीपुर बार्डर पर बैठे सैकड़ों किसानों को अब इस तरह की नोटिस दिल्ली पुलिस भेज रही है. नोटिस में करीब दर्जनभर धाराएं हैं, इसमें मारपीट से लेकर महामारी एक्ट तक लगाई गई हैं. यही नहीं, 220 किसानों की पहचान करके उनके फोटो भी जारी किए गए हैं. इसी में से एक फोटो किसान नेता जगतार बाजवा का भी है. जबकि जगतार बाजवा की सफाई है कि पुलिस के साथ किसानों को वो समझाने गए थे.
गाजीपुर बार्डर के किसान नेता जगतार बाजवा ने कहा, ''मेरे साथ शुरु से ही पुलिस थी, वो खुद से ही मुझे लेकर गई थी कि आप किसानों को समझाकर लाल किले से वापस भेजे.''
दिल्ली पुलिस की नोटिस पाने वालों में अलीगढ़ की इंदरी देवी भी हैं और लखीमपुर के 65 साल के किसान रेशम सिंह भी शामिल है. करीब 1600 किसानों को नोटिस दिए गए हैं. हालांकि अब वकीलों की एक टीम सभी किसानों की ओर से जवाब तैयार करा रही है. लेकिन किसान इस बात से परेशान हैं कि खेती करें या पुलिस थानों के चक्कर लगाएं.
दिल्ली के अधिवक्ता शुभम कुकरेजा ने कहा, ''कुछ नॉन बेलेबल धाराएं हैं अब उसके लिए हम बेल की याचिका दायर करेंगे.'' हालांकि दिल्ली पुलिस का कहना है कि दिन किसानों को नोटिस या फोटो जारी किए गए हैं वो जांच के दौरान मिले वीडियो और सीसीटीवी में चेहरे की पहचान के आधार पर किए गए हैं.
सरकार और किसानों के बीच बातचीत पहले से ही बंद है. कई रास्तों को भी बंद कर दिया गया है अब केवल अदालत का रास्ता ही खुला हैं. जहां ये फरियाद कर सकें.