अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जावेद अहमद सिद्दकी से दिल्ली पुलिस करेगी पूछताछ

दिल्ली में लाल किले के पास हुए आतंकी हमले की जांच पश्चिम बंगाल तक जा पहुंची है. सूत्रों ने रजानकारी दी कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कोलकाता की प्रेसीडेंसी जेल में बंद एक आरोपी से पूछताछ कर रही है.

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  • दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जावेद अहमद सिद्दकी को दो समन भेजे हैं.
  • जावेद अहमद सिद्दकी पर मनी स्कीम घोटाले का केस दर्ज है, जिसमें निवेश योजनाओं के नाम पर लोगों से पैसा लिया गया.
  • पता चला कि डॉक्टरों को जैश-ए-मोहम्मद के हैंडलर से हवाला के जरिए 20 लाख रुपये मिले थे.
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अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जावेद अहमद सिद्दकी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 2 समन भेजे हैं. दिल्ली पुलिस ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के खिलाफ 2 FIR दर्ज की थी. दिल्ली बम धमाके में अब तक सभी तार अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ते नजर आ रहे हैं. ऐसे में इस यूनिवर्सिटी के चेयरमैन से पूछताछ जरूरी हो गई है. अब देखना ये है कि वो पूछताछ में कब शामिल होते हैं.

कौन है जावेद अहमद

जावेद अहमद सिद्दीकी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. ये भी पता चला है कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी के फाउंडर जावेद अहमद सिद्दीकी, मैनेजिंग ट्रस्टी और संस्थापक का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है. ये मामला जावेद सिद्दीकी की 9 कंपनियों से जुड़ा है, ये कंपनियां शिक्षा, सॉफ्टवेयर, निवेश और ऊर्जा क्षेत्रों से थीं. जावेद के खिलाफ मनी स्कीम घोटाले का केस दर्ज हुआ था. ये FIR दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई थी. जावेद सिद्दीकी पर आरोप है कि उसने निवेश योजनाओं के नाम पर लोगों से पैसा लिया. उसकी कई कंपनियां कागजों पर ही थीं. साथ ही पैसे व्यक्तिगत खातों में ट्रांसफर किए गए. Al-Falah Group चेयरमैन जावेद अहमद सिद्दीकी और डायरेक्टर सऊद अहमद सिद्दीकी 7.5 करोड़ के फ्रॉड मामले में कई महीने तक जेल में रहे.

20 लाख रुपये मिले थे

सूत्रों के अनुसार, फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल के खुलासे के दौरान पकड़े गए मुजम्मिल ने अधिकारियों को बताया कि डॉक्टरों को 20 लाख रुपए मिले थे, जो संभवतः जैश-ए-मोहम्मद के एक हैंडलर से आए थे, जिसने हवाला के जरिए डॉक्टरों तक यह रकम पहुंचाई. जांच एजेंसी इस जानकारी को और सबूतों के साथ पुख्ता करने में जुटी है. कार ब्लास्ट के दौरान मारे गए आतंकी उमर को भी पैसे दिए जाने के बारे में जांच चल रही है.

क्यों बंगाल का कैदी महत्वपूर्ण

दिल्ली में लाल किले के पास हुए आतंकी हमले की जांच पश्चिम बंगाल तक जा पहुंची है. सूत्रों ने रजानकारी दी कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कोलकाता की प्रेसीडेंसी जेल में बंद एक आरोपी से पूछताछ कर रही है. आरोपी साबिर अहमद पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के पलाशीपारा इलाके का रहने वाला है. फिलहाल, वह ड्रग्स से जुड़े एक मामले में प्रेसीडेंसी जेल में बंद है. सूत्रों के अनुसार, अधिकारी आरोपी साबिर अहमद से जेल में बार-बार पूछताछ कर रहे हैं. आरोपी साबिर अहमद के भाई फैसल अहमद को गुरुवार रात विशेष कार्य बल ने आतंकी नेटवर्क के संबंध में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. माना जा रहा है कि भाई के आतंकी नेटवर्क से कथित संबंधों के बारे में जानकारी जुटाने के मकसद से अधिकारी लगातार साबिर अहमद से पूछताछ कर रहे हैं.

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