"क्रिया पर प्रतिक्रिया": यूपी में बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत पर किसान नेता का चौंकाने वाला बयान

यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के स्वामित्व वाली एक एसयूवी के कुचलने से चार किसानों की मौत हुई और फिर हिंसा में चार अन्य लोगों की मौत हो गई

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प्रेस से बात करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत.

नई दिल्ली:

लखीमपुर खीरी में बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि यह "एक क्रिया पर हुई प्रतिक्रिया" है और "हम इसे गलत नहीं मानते हैं." लखीमपुर में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के स्वामित्व वाली एक एसयूवी और काफिले की अन्य गाड़ियों ने किसानों को कुचल दिया गया था जिससे चार किसानों की मौत हो गई. टिकैत ने संवाददाताओं से कहा, "लखीमपुर खीरी में चार किसानों को कारों के काफिले द्वारा कुचलने के बाद दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या क्रिया पर प्रतिक्रिया है. मैं इन हत्याओं में शामिल लोगों को (अपराध का) दोषी नहीं मानता." 

टिकैत की यह चौंकाने वाली और आग लगाने वाली टिप्पणी तब आई जब किसानों ने लखीमपुर खीरी घटना के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध के लिए एक श्रृंखला चलाने पर जोर देने की योजना बनाई है. दिल्ली में हुए संवाददाता सम्मेलन में किसान संगठनों के अन्य नेताओं ने भी भाग लिया.

टिकैत ने गुरुवार को "लखीमपुर हत्याकांड के दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी" की मांग की थी. टिकैत ने यूपी सरकार को आशीष मिश्रा, जो केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे हैं, को गिरफ्तार करने के लिए एक सप्ताह का नोटिस दिया और लखीमपुर खीरी मामले में एफआईआर में हत्या के आरोपी के रूप में दर्ज करने के लिए कहा है.

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पुलिस लखीमपुर अपराध शाखा कार्यालय में आशीष मिश्रा से पूछताछ कर रही है. उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कल पहला सम्मन नहीं लिया. तथ्य यह है कि उन्हें धारा 41 (एक आरोपी या संदिग्ध के रूप में) के बजाय सीआरपीसी की धारा 160 (गवाह के रूप में) के तहत बुलाया गया है. विशेष रूप से सुप्रीम कोर्ट द्वारा कल मामले को संभालने के लिए अधिकारियों द्वारा पूछताछ शुरू की गई है.

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किसान संघों ने कहा है कि वे मंगलवार को लखीमपुर मार्च करेंगे और 18 अक्टूबर को 'रेल रोको' आंदोलन करेंगे. उन्होंने 26 अक्टूबर को लखनऊ में एक महापंचायत आयोजित करने की योजना बनाई है. उन्होंने अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की भी मांग की है. 

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लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह को अजय मिश्रा के स्वामित्व वाली एक एसयूवी ने रविवार को किसानों को कुचल दिया, जिससे चार किसानों की मौत हो गई और उसके बाद हिंसात्मक प्रतिक्रिया में चार अन्य लोगों की मौत हो गई. किसानों का आरोप है कि एसयूवी में आशीष मिश्रा सवार थे. 

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आशीष और उसके पिता दोनों ने सभी आरोपों से इनकार किया है. अजय मिश्रा ने एनडीटीवी से बातचीत में स्वीकार किया कि कार उनके परिवार की थी, लेकिन उन्होंने कहा कि घटना के समय न तो वे और न ही उनका बेटा उसमें थे.

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