संसद में पिछले सप्ताह बीजेपी (BJP) के रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) की ओर से दिए गए 'इस्लामोफोबिक' बयान में निशाना बनाए गए बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद कुंवर दानिश अली ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखा. अली ने पीएम मोदी से "अपनी चुप्पी तोड़ने" और "संसदीय मर्यादा के समर्थन और सुरक्षा" की दिशा में कदम उठाने को कहा.
उन्होंने एक अन्य बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों को भी पलट दिया, जिन्होंने दावा किया था कि बिधूड़ी ने सांप्रदायिक अपशब्दों का सहारा लिया क्योंकि उन्होंने (दानिश अली) प्रधानमंत्री के संदर्भ में जातिवादी शब्दों का इस्तेमाल किया था. अली ने कहा कि यह बीजेपी सांसद थे जिन्होंने आपका (प्रधानमंत्री) संदर्भ देते समय "अनुचित भाषा" का इस्तेमाल किया था" और उन्होंने "ऐसी भाषा के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी..."
''सत्ता पक्ष के किसी भी सदस्य ने मेरे रुख पर आपत्ति नहीं जताई''
दानिश अली ने दावा किया कि, "सदन की कार्यवाही से यह स्पष्ट है कि सत्ता पक्ष के किसी भी सदस्य ने मेरे रुख पर आपत्ति नहीं जताई... हालांकि जब मैंने उठकर बिधूड़ी द्वारा आपके प्रति असंसदीय भाषा के इस्तेमाल के बारे में बताया, तो वे भड़क गए और कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की. संभवतः उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ.“
दानिश अली ने प्रधानमंत्री से कहा, "... दुनिया भारत को अधिक करीब से देख रही है." पीएम ने इस विवाद पर कोई टिप्पणी नहीं की है और उनकी पार्टी ने अब तक अपने सदस्यों को इस मामले में अनुशासित नहीं किया है. अली ने कहा है कि, "सदन के नेता और हमारे महान राष्ट्र के प्रधानमंत्री के रूप में आप क्षमतावान हैं. मुझे विश्वास है कि आप माननीय सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा असंसदीय और अपमानजनक भाषा का सहारा लेने के मामले को गहराई से समझेंगे."
पीएम से सार्वजनिक बयान देने के लिए कहा
बीएसपी सांसद दानिश अली ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए तीन पन्नों के पत्र में प्रधानमंत्री से "इस तरह के व्यवहार की निंदा करते हुए" एक सार्वजनिक बयान देने और सभी सदस्यों को "शिष्टाचार और आचरण के उच्चतम मानकों" को बनाए रखने की याद दिलाने के लिए कहा है. उन्होंने लिखा, "...पूरी दुनिया हमें लोकतंत्र के मशाल वाहक के रूप में देखती है."
अली ने बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी को "उनके निंदनीय आचरण के लिए" जल्द से जल्द जवाबदेह ठहराने और उन्हें उचित दंड देने के लिए भी कहा है. अंत में बीएसपी सांसद ने उन्हें "विभिन्न माध्यमों से मिल रही धमकियों" को देखते हुए उन्हें मजबूत सुरक्षा देने के लिए भी कहा है.
यह भी पढ़ें -
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दानिश अली-रमेश बिधूड़ी मामले को प्रिविलेज कमेटी के पास भेजा