भारत बंद (Bharat bandh) के दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सोमवार को गन्ने के मूल्य का मुद्दा भी उठाया. टिकैत ने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी के लोग बोलते थे कि गन्ने का मूल्य 450 कर देंगे, लेकिन 350 रुपये ही दाम किए हैं वो भी 4 साल बाद. किसान बिल्कुल ख़ुश नहीं हैं. ये लोग अपने किए चुनावी वादे पूरे नहीं करते हैं. किसानों ने सोमवार को भारत बंद आज बुलाया है, जिसको लेकर किसान नेता जगह-जगह हाईवे, रेलवे ट्रैक जाम कर रहे हैं. राकेश टिकैत भी अपने समर्थकों के साथ कई मोर्चों पर नजर आए. भारत बंद के दौरान किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ फिर आवाज बुलंद की
टिकैत ने इस दौरान गन्ना मूल्य का मुद्दा उठाया. टिकैत ने मुजफ्फरनगर महापंचायत में भी यूपी में गन्ने के मूल्य का मुद्दा उठाया था. किसान नेताओं का कहना है कि हरियाणा, पंजाब जैसे राज्यों में किसान गन्ने का ज्यादा मूल्य पा रहे हैं, लेकिन यूपी में सिर्फ 10 रुपये प्रति क्विंटल दाम इस साल बढ़ाए गए हैं. इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी गन्ना मूल्य को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को घेर चुके हैं.
यूपी में बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी राज्य में गन्ने के मूल्य को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी है. पीलीभीत से सांसद (Varun Gandhi) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 400 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग की है.
बीजेपी सांसद ने अगले पेराई सत्र में गन्ने का रेट 350 रुपये क्विंटल घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया है. वरुण ने कहा कि पेराई सत्र 2021-22 के लिए गन्ने के मूल्य में 25 रुपये क्विंटल की वृद्धि का उल्लेख भी किया. उन्होंने गन्ना किसानों को बोनस के विकल्प का सुझाव भी सरकारको दिया है.