भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि अलवर में उनके काफिले पर हमला सुनियोजित था. टिकैत ने कहा कि BJP के सांसद और विधायक अपने गुंडों से सड़क पर हमला कराएंगे तो यूपी में इनके सांसद-विधायकों को सड़क पर नहीं निकलने दिया जाएगा. राजस्थान के अलवर (Alwar)में टिकैत के काफिले पर हमले का आरोप लगा है. संयुक्त किसान मोर्चा लंबे समय से कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए आंदोलन कर रहा है.
भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि इस हमले के पीछे BJP का हाथ है. वहीं पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. इस हमले में टिकैत के काफिले में शामिल कुछ गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं, लेकिन किसी को भी किसी तरह चोट नहीं आई है. यह घटना बहरोड़ के ततारपुर चौराहे पर हुई. टिकैत ने शुक्रवार को अलवर में दो किसान रैलियों को संबोधित किया.
भिवाड़ी के एसपी राम मूर्ति जोशी ने कहा कि जिस वाहन को निशाना बनाया गया था उसमें टिकैत मौजूद नहीं थे.उन्होंने बताया कि मत्स्य विश्वविद्यालय अलवर के छात्र नेता कुलदीप राव ने अपने समर्थकों के साथ वहां से गुजर रहे टिकैत के काफिले को काले झंडे दिखाए थे. काफिले के कुछ वाहन वहां रुक गए और उनमें सवार सदस्यों की इस मुद्दे को लेकर झंडे दिखा रहे लोगों से बहस हुई. इस बीच उनमें से किसी ने एक कार का शीशा संभवत: किसी पत्थर से तोड़ दिया. घटना के संबंध में मुख्य आरोपी कुलदीप राव सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है.
टिकैत के साथ चल रहे भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील ने कहा कि आरोपी लगभग 40-50 थे और उनके पास लाठियां थीं. टिकैत हरसोली में पहली बैठक को संबोधित करने के बाद बानसूर की ओर जा रही थे तो तातारपुर के पास यह घटना हुई.घटना के बाद टिकैत ने दूसरी सभा को संबोधित किया. इसको लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर राजमार्ग को भी थोड़ी देर के लिए जाम कर दिया गया.
गौरतलब है कि किसान केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चार माह से ज्यादा वक्त से आंदोलित हैं.माकपा के पूर्व विधायक अमरा राम ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर एबीवीपी के सदस्यों ने हमला किया. गाजियाबाद में भाकियू प्रवक्ता ने भी एबीवीपी को दोषी ठहराया.