महाराष्ट्र (Maharashtra) में राज्यसभा की 6 सीटों पर चुनाव होना है. अभी तक कांग्रेस की संख्या बल से उसे एक सीट मिलनी तय थी लेकिन अशोक चह्वाण (Ashok Chavan) के इस्तीफे के बाद मामला गड़बड़ाता नजर आ रहा है. क्योंकि खबर है कि उनके साथ और विधायक भी इस्तीफा दे सकते हैं. ऐसे में कांग्रेस को उद्धव ठाकरे गुट और शरद पवार की मदद लेनी होगी. लेकिन सवाल है विधानसभा अध्यक्ष ने 15 फरवरी के अपने फैसले में अगर शरद पवार के विधायकों की सदस्यता खत्म कर देते हैं और विधानसभा में अगर सिर्फ असली शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट का ही व्हिप चलता है तो क्या होगा?
NDA को 5 सीटों पर जीत मिलने की संभावना
राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले अशोक चह्वाण के पाला बदलने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी के पास 104 विधायक हैं और निर्दलियों की संख्या बल के हिसाब से अकेले बीजेपी को 3 सीटें मिलनी तय हैं. जबकि अजीत पवार की एनसीपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और कांग्रेस को 1-1 सीटें मिलनी हैं. लेकिन अशोक चह्वाण के बीजेपी में जाने के बाद कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है. क्योंकि खबर है कि अशोक चह्वाण के कई समर्थक विधायक भी इस्तीफा दे सकते हैं. हालांकि कांग्रेस का दावा है कि अशोक चह्वाण के अलावा कोई और पार्टी नहीं छोड़ रहा है.
NDA को 5 सीटों पर जीत मिलने की संभावना
राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले अशोक चह्वाण के पाला बदलने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी के पास 104 विधायक हैं और निर्दलियों की संख्या बल के हिसाब से अकेले बीजेपी को 3 सीटें मिलनी तय हैं. जबकि अजीत पवार की एनसीपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और कांग्रेस को 1-1 सीटें मिलनी हैं. लेकिन अशोक चह्वाण के बीजेपी में जाने के बाद कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है.
कांग्रेस के कुछ और विधायक बदल सकते हैं पाला
चर्चा है कि कांग्रेस के कुछ और विधायक पाला बदल सकते हैं. हालांकि इसके बाद भी कांग्रेस उद्धव ठाकरे की शिवसेना के 16 और शरद पवार की एनसीपी के 13 विधायकों के वोटों के सहारे जीत निश्चित लगती है. लेकिन सवाल है कि विधानसभा में अगर असली शिवसेना का व्हिप ही मान्य होगा तो क्या उद्धव ठाकरे गुट के विधायक अपनी विधानसभा की सदस्यता खोने का खतरा मोल लेंगे?
बीजेपी ने अगर अपने चौथे उम्मीदवार को उतारा तो बिगड़ सकता है खेल
शरद पवार की एनसीपी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष का फैसला आना बाकी है. आशंका है कि उद्धव ठाकरे गुट की तरह ही फैसला उनके खिलाफ जा सकता है. बीजेपी ने अभी अपने तीन ही उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं जो कांग्रेस के लिए राहत की बात है लेकिन अभी फॉर्म भरने की अंतिम तारीख खत्म नहीं हुई है. अगर कहीं सातवां उम्मीदवार मैदान में आ गया तो राज्यसभा चुनाव में बड़ा खेला हो सकता है.
कांग्रेस को 10 सीटों पर जीत मिलने की संभावना
राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. देखा जाए तो कांग्रेस की राज्यसभा से कुल 10 सीटें हैं. बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, और हिमाचल प्रदेश से 1-1 सीट, तेलंगाना-2 और कर्नाटक से 3 सीटें हैं. कांग्रेस ने 4 सीटों पर राज्यसभा की उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी राजस्थान से चुनाव लड़ रही हैं, वहीं अभिषेक मनु सिंघवी को हिमाचल से टिकट दिया गया है. बिहार से कांग्रेस ने अखिलेश प्रसाद सिंह पर भरोसा जताया है, वहीं महाराष्ट्र से दलित नेता चंद्रकांत हंडोरे को उम्मीदवार बनाया है. अभी 6 सीटों पर उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की गई है.
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