Rajya Sabha Election 2022. भारत में सत्ता चलाने के लिए लोकसभा और राज्यसभा (Rajya Sabha Election 2022) दोनों ही सदनों का अपना-अपना खास महत्व है. इनमें राज्यसभा (Rajya Sabha) को पहला सदन या ऊपरी सदन का दर्जा दिया गया है, जिसके 57 सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने के कारण चुनाव आयोग ने शुक्रवार 10 जून को चुनाव कराने का ऐलान किया है. हालांकि 15 राज्यों की 57 में से 41 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. जिसके बाद अब कल महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक और हरियाणा की 16 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान होना है.
राज्यसभा की जिन 57 में से 41 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, उनमें बीजेपी के सबसे ज्यादा उम्मीदवार शामिल हैं. बीजेपी के 14, कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस के 4-4, डीएमके और बीजेडी के 3-3, आम आदमी पार्टी, राजद, टीआरएस, अन्नाद्रमुक के 2-2, झामुमो, जेडीयू, सपा और रालोद के 1-1 नेता और निर्दलीय कपिल सिब्बल शामिल हैं.
राज्यसभा चुनाव 2022 कब है?
चुनाव आयोग द्वारा राज्यसभा चुनाव शुक्रवार 10 जून 2022 को निर्धारित किए गए हैं. चुनाव के परिणाम उसी दिन देर शाम तक घोषित कर दिए जाएंगे.
कैसे होता है राज्यसभा सदस्य का चुनाव?
राज्यसभा (Rajya Sabha) के लिए जिस तरह से चुनावी प्रक्रिया होती है, उसके अनुसार उसे इनडायरेक्ट इलेक्शन भी कहा जाता है. राज्यसभा के लिए सदस्यों का चयन हर प्रदेश के विधायक करते हैं. लेकिन विधान परिषद के सदस्य इस चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकते. चयन प्रक्रिया को समझने के लिए आपको +1 का फॉर्मूला समझना जरूरी होगा. इस प्रक्रिया को समझने के लिए हम उत्तर प्रदेश का उदाहरण लेते हैं. उत्तर प्रदेश में इस बार 11 सीटों पर राज्यसभा सदस्य चुने जाने हैं. इस बार यूपी के लिए जीत का फॉर्मूला कुछ इस तरह का होगा. 403/ [11+1 = 34 यानी जीत के लिए एक उम्मीदवार को 34 वोटों की जरूरत होगी.
राज्यसभा चुनाव 2022 किन राज्यों से रिक्त सीटों को भरने के लिए होगा?
इस बार राज्यसभा चुनाव 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों पर हो रहे हैं. इन सीटों में सबसे ज्यादा सीटें यूपी से खाली हो रही हैं. यहां की 11 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. महाराष्ट्र और तमिलनाडु की 6-6 सीटों पर, बिहार की 5, कर्नाटक, आंध्र और राजस्थान की 4-4, ओडिशा और मध्य प्रदेश की 3-3, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, पंजाब और हरियाणा की 2-2, जबकि उत्तराखंड की एक सीट पर चुनाव की घोषणा हुई है.
कब होते हैं चुनाव?
राज्यसभा के लिए चुनाव हर दो साल में एक बार होते हैं. इसकी वजह ये है कि हर दो साल में इस सदन के एक तिहाई सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो जाता है. उनकी सीटें भरने के लिए चुनाव होते हैं. एक बार चुनने के बाद राज्यसभा के सदस्य छह साल तक बने रहते हैं.
राज्यसभा सदस्य के कार्यकाल कितने साल का होता है?
राज्यसभा का गठन देश में साल 1954, 23 अगस्त को किया गया था. गठन का मकसद था एक स्थायी सदन का होना. जिस तरह लोकसभा भंग हो सकती है उस तरह राज्यसभा भंग नहीं होती क्योंकि इसे स्थाई सदन माना गया है. राज्यसभा के सदस्यों का कार्यकाल भी चुने हुए सांसदों से एक साल ज्यादा यानी छह साल का होता है. संविधान के अनुच्छेद 80 के अनुसार राज्यसभा में कुल सदस्यों की संख्या 250 हो सकती है. इन 250 में से 238 सदस्य किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से चुने जाते हैं. शेष 12 सदस्य देश के कोई भी प्रतिष्ठित व्यक्ति हो सकते हैं. जिन्हें राष्ट्रपति नामित करते हैं.
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राज्यसभा चुनाव में कैसे होता है मतदान?