कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्रैक्टर प्रोटेस्ट को लेकर राज्यसभा में सदन के उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने ढकोसला बताया है. नकवी ने राहुल के ट्रैक्टर प्रोटेस्ट और पेगासस जासूसी मामले में विपक्ष के हंगामे के मसले पर NDTV से बात की. उन्होंने कहा, 'हमने ऐसे फोटो ऑप बहुत देखे हैं कांग्रेस किसानों के आंदोलन को हाईजैक करना चाहती है. किसानों के कंधे पर बंदूक चलाने से उन्हें कोई लाभ नहीं होगा.' केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा विपक्ष विशेषकर कांग्रेस कभी जासूसी कांड तो कभी नए कृषि कानूनों पर चर्चा की मांग करती है. विपक्ष मांग कर रहा है कि प्रधानमंत्री जवाब दें. इसका हंगामे का सीधा मतलब है कि वह चर्चा नहीं चाहते. उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है.
'PM में जरा भी नैतिकता बची है तो...' : पेगासस मसले पर सियासी बवाल के बीच कांग्रेस का वार
गौरतलब है कि कृषि कानूनों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि अगर किसान संगठनों को बातचीत का हमारा प्रस्ताव स्वीकार नहीं है तो वे बातचीत का अपना प्रस्ताव लेकर आएं, हम उस पर बात करने के लिए तैयार हैं. इससे पहले, बीजेपी सांसद विनय सहस्रबुद्धे ने ट्रैक्टर प्रोटेक्ट को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था, 'राहुल गांधी राजनीति कर रहे हैं. किसानों को राजनीतिक उपयोग की वस्तु बनाया जा रहा है. सरकार ने कहा है कि अगर नए कृषि कानूनों में कहीं कोई दिक्कत है तो सरकार उसमें बदलाव करने को तैयार है. सरकार इस मसले पर बातचीत के लिए तैयार है.'
राहुल गांधी का ट्वीट- चीन की हरकतों को नजरअंदाज किया तो भविष्य में मुश्किलें पैदा होंगी
पेगासस मामले को लेकर विपक्ष के रवैये पर भी राज्यसभा सांसद विनय सहस्रबुद्धे (Vinay Sahasrabuddhe) ने गंभीर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि पेगासस स्पाइवेयर मसले पर जब केंद्रीय मंत्री बयान दे रहे थे तो उनके हाथ से बयान वाला कागज छीनकर एक विपक्षी सांसद ने इसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए.यह हंगामा लोकतंत्र के लिए नुकसानदायक है.