'मैं डरने वालों में से नहीं...', हिंदी-मराठी विवाद में इन्‍फ्लुएंसर राजश्री बोलीं- मसला सुलझाए सरकार 

राजश्री ने कहा, 'अगर हम ईद, क्रिसमस, दिवाली और गुड़ी पाडवा सब मिलकर मना सकते हैं, तो भाषा और जाति के नाम पर लड़ाई क्यों?

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  • महाराष्ट्र में भाषाई विवाद के बीच इन्फ्लुएंसर राजश्री मौर्य को धमकियां मिल रही हैं, लेकिन वे डरने के बजाय अकेले इस लड़ाई को लड़ रही हैं.
  • मुंबई पुलिस ने धमकी देने के आरोप में मनसे नेता जावेद शेख के बेटे राहिल शेख को गिरफ्तार किया है, जो राजश्री के साथ बदसलूकी करता दिखा.
  • राजश्री मौर्य ने स्पष्ट किया कि उनका किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है और वे केवल इंसानियत और एकता की बात कर रही हैं.
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मुंबई:

महाराष्‍ट्र में भाषाई विवाद के बीच सुर्खियों में आईं इन्‍फ्लुएंसर राजश्री मौर्य ने उन्‍हें मिल रही धमकियों पर कहा है कि वो डरनेवाली नहीं हैं. वो अकेले इस लड़ाई को अपनी जिम्‍मेदारी मानकर लड़ रही हैं. उन्‍हें धमकी देने के आरोप में मुंबई पुलिस ने मनसे नेता जावेद शेख के बेटे राहिल शेख को गिरफ्तार किया है. राहिल का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वो इन्फ्लुएंसर राजश्री मोरे के साथ बदसलूकी करते हुए नजर आ रहे थे. 

मुंबई की रहने वाली राजश्री मौर्य ने हाल ही में एक वीडियो पोस्ट कर मराठी बनाम गैर-मराठी विवाद पर खुलकर अपनी राय रखी, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भारत विविधताओं का देश है और यहां भाषाई या जातिगत भेदभाव नहीं होना चाहिए. 

NDTV से बातचीत के दौरान राजश्री ने कहा कि इस वीडियो के बाद से ही उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं. लेकिन वो न तो पीछे हट रही हैं और न ही डरने को तैयार हैं. उन्‍होंने कहा कि वो अकेले इस लड़ाई को अपनी जिम्मेदारी मानकर लड़ रही हैं.

'लातों के भूत...', कॉल से मिली धमकी 

राजश्री ने बताया कि वीडियो पोस्ट करने के कुछ घंटों के भीतर ही उन्हें गालियों भरे और धमकी भरे कॉल आने लगे. एक कॉल में साफ तौर पर कहा गया कि "लातों के भूत बातों से नहीं मानते". उन्होंने इन कॉल्स की रिकॉर्डिंग पुलिस को सौंप दी है और नई शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग उन्हें यह कहकर बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं कि यह सब एक पब्लिसिटी स्टंट है, लेकिन वह स्पष्ट कर चुकी हैं कि उनका किसी राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है.

'न बीजेपी, न कांग्रेस, न मनसे, न शिवसेना' 

राजश्री ने कहा, 'मैं न बीजेपी से जुड़ी हूं, न कांग्रेस से, न मनसे से और न ही शिवसेना से. मैं एक सामान्य नागरिक हूं जो इंसानियत और एकता की बात कर रही है. मैं मराठी हूं, लेकिन मुझे गैर-मराठियों से कोई बैर नहीं. हम सब एक ही देश के नागरिक हैं और हमें मिलजुल कर रहना चाहिए.'

सरकार और ठाकरे से अपील- विवाद खत्‍म कराएं 

उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस से भी अपील की कि वे मराठी और हिंदी भाषा को लेकर चल रहे विवाद को खत्म करें. राजश्री ने कहा कि फडनवीस के एक पुराने बयान से उन्हें हिम्मत मिली जिसमें उन्होंने हिंदी भाषा को भी मराठी के समान सम्मान देने की बात कही थी.

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राज ठाकरे को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह उन्हें 'फादर फिगर' मानती हैं और उनसे विनती करती हैं कि वे अपने प्रभाव का उपयोग सौहार्द्र फैलाने के लिए करें, न कि भेदभाव के लिए. उन्होंने कहा कि मुंबई सिर्फ मराठियों की नहीं, बल्कि पूरे देश की है और यहां हर धर्म, हर भाषा, हर त्योहार का सम्मान होना चाहिए.

भाषा और जाति के नाम पर लड़ाई क्यों?

राजश्री ने कहा, 'अगर हम ईद, क्रिसमस, दिवाली और गुड़ी पाडवा सब मिलकर मना सकते हैं, तो भाषा और जाति के नाम पर लड़ाई क्यों? मैंने जो मुद्दा उठाया है, वो सिर्फ गैर-मराठियों के लिए नहीं, बल्कि समाज की उस सोच के खिलाफ है जो नफरत फैलाना चाहती है.'

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उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपियों पर नरमी दिखाई है और सरकार राजनीतिक दबाव के चलते सख्त कार्रवाई से बच रही है. राजश्री चाहती हैं कि उन्हें और उनके जैसे लोगों को डराने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए.
 

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