संविधान पर चर्चा में राजनाथ का राहुल पर तीखा हमला- 'वे संविधान को जेब में रखकर घूमते हैं'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा करते हुए कहा कि संविधान निर्माण में बहुत से लोगों की भूमिका को जानबूझकर नकारा गया.

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संविधान अनुशासन का रोडमैप है: राजनाथ सिंह

नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि संविधान सभा द्वारा तैयार संविधान सिर्फ कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है. उन्होंने कहा हम भारत के लोगों ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया था. मैं इस सदन और देश के सभी नागरिकों को संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हार्दिक बधाई देता हूं. एक पार्टी विशेष द्वारा संविधान निर्माण के कार्य को ‘हाईजैक' करने की कोशिश की गई है. हमारा संविधान सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक जीवन के सभी पहलुओं को छूते हुए विकास का मार्ग प्रशस्त करता है. संविधान राष्ट्र निर्माण का रास्ता है. यह सिर्फ कानूनी दस्तावेज नहीं है. संविधान किसी पार्टी विशेष का नहीं है. संविधान भारत के लोगों के द्वारा भारत के लोगों के लिए है. यह लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. संविधान ने देशवासियों को मौलिक अधिकार दिए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे खुशी है कि संविधान की मूल भावना को केंद्र सरकार आगे रखकर बढ़ रही है. संविधान अनुशासन का रोडमैप है.

विपक्ष पर किया हमला

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि विपक्ष के कुछ नेता संविधान की प्रति अपनी जेब में लेकर घूमते हैं, उन्होंने यही सीखा है कि संविधान उनकी जेब में है, लेकिन भाजपा संविधान को सिर-माथे पर लगाती है. आज संविधान की रक्षा करने की बात की जा रही है. यह हम सभी का कर्तव्य है. हमें यह भी समझने की जरूरत है कि किसने संविधान का सम्मान किया है और किसने अपमान किया है.

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मित्रों ने अनेक मौकों पर संविधान और संवैधानिक भावनाओं का निरादर किया. उन्हें संस्थाओं की स्वायत्तता कभी हजम नहीं हुई, उनके मुंह से संविधान की रक्षा जैसी बातें शोभा नहीं देती.

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रक्षा मंत्री ने पीएम मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मुझे इस बात का गर्व है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” की भावना के साथ काम कर रही है. हमारी सरकार, भारत के संविधान में निहित धर्म और न्याय की भावना के अनुरूप कार्य कर रही है.

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