"मुझे उनके लिए बहुत दुख है"; राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी श्रीहरन का गांधी परिवार को संदेश

राजीव गांधी हत्याकांड में नलिनी श्रीहरन और चार अन्य दोषियों को शनिवार शाम को तमिलनाडु की जेलों से रिहा कर दिया गया.

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राजीव गांधी हत्याकांड में नलिनी, चार अन्य दोषी तमिलनाडु की जेलों से रिहा

नई दिल्ली:

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में छह दोषियों में से एक नलिनी श्रीहरन ने कहा कि उन्हें उस विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए दुख है. गांधी और मारे गए लोगों के परिवारों के लिए उनके संदेश के बारे में पूछे जाने पर नलिनी श्रीहरन ने एनडीटीवी से कहा, "मुझे उनके लिए बहुत दुख है. हमने इसके बारे में सोचते हुए इतने साल बिताए हैं और हमें इस पर खेद है."

नलिनी श्रीहरन ने कहा, "उन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मुझे उम्मीद है कि वे उस त्रासदी से हमेशा के लिए बाहर आ जाएंगे." नलिनी की यह टिप्पणी 31 साल जेल में बिताने के बाद रिहा होने के कुछ घंटों बाद आई है. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने अपनी बेटी से मिलने और यूके में बसने की योजना बनाई है, इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अपने पति के साथ आएंगी.

सुप्रीम कोर्ट ने कल 1991 में राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी पाई गई नलिनी और पांच अन्य को रिहा करने का आदेश दिया था. राजीव गांधी की मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक चुनावी रैली के दौरान लिट्टे की एक आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी. नलिनी श्रीहरन से पूछा गया कि क्या वह राजीव गांधी के परिवार से मिलेंगी, उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि वे मुझसे मिलेंगे. मुझे लगता है कि उनके लिए मुझे देखने का समय बीत चुका है."

नलिनी श्रीहरन को रिहा करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कांग्रेस ने तीखी आलोचना की. हालांकि, इस फैसले का तमिलनाडु में कई लोगों ने स्वागत किया, जहां उनका क़ैद एक भावनात्मक मुद्दा रहा है. अदालत ने कहा कि उसका फैसला कैदियों के अच्छे व्यवहार और मामले में दोषी ठहराए गए एक अन्य व्यक्ति एजी पेरारीवलन की मई में रिहाई पर आधारित था, जिसमें कहा गया था कि गिरफ्तारी के समय वह 19 साल का था और 30 साल से अधिक समय तक जेल में रहा था. 

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