दिल्ली एनसीआर में बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण गुरुग्राम में हालात काफी खराब हो गए हैं. कई इलाकों में पानी भर गया है तो शहर की ज्यातादर सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं. बारिश की वजह से जलजमाव का असर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर भी दिख रहा है. गुरुवार को इस एक्सप्रेसवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम दिखा. जाम की वजह से दिल्ली से गुरुग्राम और गुरुग्राम से दिल्ली आने वाले वाहन चालकों को खासी मुसीबत का सामना करना पड़ा. कई जगहों पर पानी जमा होने की वजह से कई वाहन बंद भी पड़ गए जिन्हें बाद में ट्रैफिक पुलिस की मदद से बाहर निकाला गया. बारिश की वजह से गुरुग्राम के कुछ रिहायशी इलाकों में भी पानी घुस गया है. उधर, शहर में हुई भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने आम लोगों से घर से ही काम करने की अपील की है. साथ ही बारिश के मद्देनजर स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है.
गुरुग्राम प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
गुरुग्राम में भारी बारिश को देखते हुए जहां एक तरफ जिला प्रशासन ने लोगों से घर से ही काम करने की अपील की है वहीं दूसरी तरफ प्रशासन ने आम जनता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. जलजमाव जैसी स्थिति से निपटने के लिए आप इन नंबर्स पर फोन करके मदद मांग सकते हैं.
बता दें कि बारिश की वजह से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे और गुरुग्राम के आसपास के इलाकों में जलजमाव होने की यह कोई पहली घटना नहीं है. इसी साल मई में दिल्ली और एनसीआर (Delhi and NCR) में भारी बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई थी और लंबा जाम लग गया था. गुरुग्राम के बख्तावर चौक, एमडीआई चौक, डीएलएफ फेज 1 मेट्रो के पास का क्षेत्र, कन्हाई चौक, अग्रसैन चौक और कई अन्य इलाकों में जलभराव हो गया था. 23 मई को भारी बारिश होने की चेतावनी को देखते हुए गुरुग्राम के जिला अधिकारी ने लोगों को घर से काम करने की सलाह दी थी. जिला अधिकारी ने एडवाइजरी में निजी संस्थानों / कॉर्पोरेट कार्यालयों को कहा था कि वो अपने कर्मचारियों को घर से काम करने के आदेश दें. ताकि सड़कों पर ट्रैफिक जाम से बचा जा सके. ऐसे करने से नागरिक एजेंसियों को मरम्मत कार्यों को तेजी से करने में भी मदद मिलेगी.
बारिश के कारण सिर्फ गुरुग्राम का ही ऐसा हाल नहीं हुआ है. कुछ दिन पहले ही बेंगलुरु में भी हुई तेज बारिश के बाद शहर में बाढ़ जैसे हालात थे. कई इलाके पानी में डूब चुके थे और कई जगहों से लोगों को रेस्क्यू करके बाहर निकाला गया था. शहर के कई इलाकों में जलजमाव को देखते हुए दफ्तर और स्कूलों को बंद कर दिया गया था.