कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राहुल गांधी के विमान को कल देर रात वाराणसी हवाईअड्डे पर उतरने की इजाजत नहीं दी गई और ऐसा बदले की भावना से किया गया. हालांकि कांग्रेस के इन आरोपों को शीर्ष सरकारी सूत्रों ने खारिज किया है. शीर्ष सरकारी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने खुद उत्तर प्रदेश के वाराणसी का अपना दौरा रद्द किया था. सूत्रों ने आज बताया कि उनकी चार्टर्ड एयरलाइन ने कल रात वाराणसी हवाईअड्डे को पत्र लिखा था. जिसमें दौरे को रद्द करने की सूचना दी गई थी. हवाईअड्डे के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए बताया गया कि 13, फरवरी, को एएआई वाराणसी हवाई अड्डे पर ईमेल भेजा गया था. जिसमें मैसर्स एआर एयरवेज (M/s AR) द्वारा उड़ान रद्द की जानकारी दी गई थी.
बता दें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय राय ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के विमान को उनके वायनांड संसदीय क्षेत्र से लौटने पर यहां हवाई अड्डे पर उतरना था, लेकिन हवाईअड्डा प्राधिकरण ने 'अंतिम समय पर' विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी.
राय ने कहा कि वह और पार्टी के अन्य नेता अपने नेता की अगवानी के लिए हवाईअड्डे पर थे लेकिन उनके विमान को हवाईअड्डे पर उतरने नहीं दिया गया , फलस्वरूप उन्हें (गांधी को) राष्ट्रीय राजधानी लौटना पड़ा.
राय ने कहा कि पूर्व कांग्रेस प्रमुख गांधी मंगलवार को प्रयागराज के कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल में एक समारोह के लिए प्रयागराज जाने वाले थे. लेकिन सरकार के दबाव के चलते एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उनके विमान को लैंड नहीं करने दिया.
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार राहुल गांधी से 'डर' गई है और इसलिए उन्होंने विमान को वाराणसी हवाईअड्डे पर नहीं उतरने दिया. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व करने के बाद से देश के प्रधानमंत्री चिंतित हैं. अब वे राहुल को परेशान कर रहे हैं."
वाराणसी हवाईअड्डे की निदेशक आर्यमा सान्याल ने पीटीआई-भाषा से कहा कि राहुल गांधी के आने की कोई पूर्व सूचना नहीं थी. उन्होंने कहा कि अंतिम समय में उन्हें फ्लाइट कंट्रोलर से सूचना मिली कि गांधी का हवाईअड्डे पर उतरने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है.
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