कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता बहाल होने पर विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं ने एक-दूजे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया. राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने की अधिसूचना भी जारी हो गई है. संसद सदस्यता खत्म होने के बाद राहुल गांधी संसद पहुंचे. संसद भवन गेट पर राहुल गांधी का स्वागत करने कांग्रेस के साथ-साथ विपक्ष के कई सांसद मौजूद रहें. जिनमें शिवसेना के संजय राउत, झारखंड मुक्ति मोर्चा के महुआ माजी, सपा के रामगोपाल यादव , आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता, एनसीपी के मोहम्मद फैज़ल और नेशनल कांफ्रेंस समेत कई दल के नेता मौजूद थे.
भारतीय गठबंधन के विपक्षी नेताओं ने लोकसभा सांसद के रूप में राहुल गांधी की बहाली की सराहना करते हुए इसे "सच्चाई की जीत" बताया. जैसे ही राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल की घोषणा हुई, वैसे ही दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में जश्न शुरू हो गया और कार्यकर्ता नाचने लगे और नारे लगाने लगे. लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना जारी कर घोषणा की कि उनकी अयोग्यता रद्द कर दी गई है और उनकी सदस्यता बहाल कर दी गई है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मिठाइयां खिलाकर इस मौके का जश्न मनाया. इससे पहले आज विपक्ष ने मानहानि मामले में राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के तुरंत बाद उनकी सदस्यता बहाल नहीं करने को लेकर सरकार पर निशाना साधा. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आश्चर्य जताया कि जब सदन ने मोदी उपनाम मामले में दोषी ठहराए जाने के कुछ घंटों के भीतर उन्हें बर्खास्त कर दिया, तो उनकी सदस्यता बहाल करने में इतनी देरी क्यों हो रही है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कहा कि बीजेपी की 'साजिश' अब बेनकाब हो गई है. उन्होंने लिखा, ''बीजेपी विपक्ष के सांसदों और विधायकों की सदस्यता छीनने की साजिश करते-करते अब खुद ही इसका शिकार बन गई है. अब देखते हैं कि वह कितनी जल्दी अपने सांसदों की सदस्यता निलंबित करती है और कितनी जल्दी दूसरों की सदस्यता बहाल करती है.''
मोदी के उपनाम के बारे में उनकी टिप्पणियों के बाद मानहानि मामले में दो साल की जेल की सजा मिलने के बाद मई में राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया गया था. 2019 के आम चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में एक रैली में, पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए गांधी ने कहा था कि सभी चोरों का सामान्य उपनाम मोदी कैसे है? कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होना स्वागत योग्य कदम, यह फैसला भारत के लोगों, खासकर वायनाड की जनता के लिए राहत ले कर आया है.
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने दोषसिद्धि पर रोक लगाते हुए कहा था कि ट्रायल जज द्वारा अधिकतम सजा देने का कोई कारण नहीं बताया गया है. अंतिम फैसला आने तक दोषसिद्धि के आदेश पर रोक लगाने की जरूरत है. न्यायाधीशों ने कहा था कि अयोग्यता का प्रभाव न केवल व्यक्ति के अधिकारों को बल्कि मतदाताओं को भी प्रभावित करता है.माफी मांगने से लगातार इंकार करने वाले राहुल गांधी ने राहत के बाद ट्वीट किया था कि चाहे कुछ भी हो, मेरा कर्तव्य वही रहेगा. भारत के विचार की रक्षा.
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