शिमला. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बुधवार को कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) में वो पूरा दमखम है कि वह अगले लोकसभा चुनाव(Loksabha Election 2024) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को चुनौती दे सकें, लेकिन चेहरे का फैसला तमाम विपक्षी पार्टियां मिलकर करेंगी. गहलोत ने यह भी कहा कि राहुल गांधी हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Election 2022) और गुजरात विधानसभा चुनावों (Gujarat Assembly Election 2022) में प्रचार करें या नहीं करें, लेकिन वह जिन मुद्दों को लेकर भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) पर निकले हैं वो आम जनता से जुड़े है और उनका संदेश घर-घर तक पहुंच रहा है.
गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक गहलोत ने कहा कि आम आदमी पार्टी लोगों को भ्रमित कर रही है, लेकिन गुजरात में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी. उन्होंने यह दावा भी किया कि कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है. गहलोत ने कहा, ' दोनों राज्यों में सरकार विरोधी लहर है. कांग्रेस तेज गति से आगे बढ़ रही है. हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को मतदान होने वाला है, मुझे विश्वास है कि कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी.'
उनका कहना था, 'गुजरात में अभी चुनाव की घोषणा हुई है. हमारी वहां पांच यात्राएं निकली हैं, जो 175 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरी हैं. मुझे उम्मीद है कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे.' गुजरात में आम आदमी पार्टी के असर से जुड़े सवाल पर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा, 'आम आदमी पार्टी सिर्फ लोगों को भ्रमित कर रही है. मीडिया को उसने कैपचर कर रखा है. इसके अलावा कुछ नहीं है.'
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश की सभी 68 सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा. गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में 89 सीटों पर एक दिसंबर को चुनाव होगा और शेष 93 सीटों पर पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. दोनों राज्यों में आठ दिसंबर को मतगणना होगी.
इन विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी के प्रचार नहीं करने से संबंधित सवाल पर गहलोत ने कहा, 'राहुल गांधी कई राज्यों में नहीं जा पा रहे हैं, क्योंकि उनकी यात्रा का एक रूट बना हुआ है. बिना किसी कारण इसे मुद्दा बनाने का प्रयास हो रहा है, लेकिन वो मुद्दा नहीं बनेगा. राहुल गांधी का जो उद्देश्य है, वो कामयाब हो रहा है.'
उनके अनुसार, 'महंगाई और बेरोजगारी समाप्त हो, और देश में भाईचारा हो, यही राहुल गांधी की यात्रा का मकसद है। उनका संदेश घर-घर पहुंच रहा है.' साथ ही, उन्होंने कहा, 'गुजरात में प्रचार के लिए राहुल गांधी की की मांग बहुत है, लेकिन वह एक लंबी यात्रा पर निकले हैं. वह जाएं या न जाएं, लेकिन वो जिन मुद्दों को लेकर चल रहे हैं, वही जनता के मुद्दे हैं.'
यह पूछे जाने पर कि इस यात्रा के बाद राहुल गांधी अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दे सकते हैं तो गहलोत का कहना था, 'चुनौती देने का दमखम उनमें हैं. यह शुरू से है. सोशल मीडिया का दुरूपयोग कर उनकी छवि को खराब किया गया, लेकिन अब जनता समझ चुकी है.' विपक्षी चेहरे के बारे में फिर से पूछे जाने पर उन्होंने कि 'तमाम राजनीतिक दल तय करेंगे। देश चाहता है कि विपक्ष एकजुट हो.'
ये भी पढ़ें:-
सचिन पायलट ने अपना रुख स्पष्ट किया लेकिन क्या कांग्रेस परवाह करेगी?