कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार में 5.35 लाख करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी हुई और ये केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के ‘मित्रों' के लिए अच्छे दिन हैं. गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी काल में अब तक ₹5,35,000 करोड़ के बैंक फ़्रॉड हो चुके हैं- 75 सालों में भारत की जनता के पैसे से ऐसी धांधली कभी नहीं हुई. ''‘अच्छे दिन' के नारे पर तंज करते हुए गांधी ने कहा,‘‘लूट और धोखे के ये दिन सिर्फ़ मोदी मित्रों के लिए अच्छे दिन हैं.'' कांग्रेस ने गुजरात के एबीजी शिपयार्ड द्वारा 22,842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को ‘‘भारत की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी'' बताते हुए आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी नीत सरकार में शीर्ष पर बैठे लोगों की इसमें मिलीभगत है.
"मैं अपने भाई के लिए जान दे सकती हूं", BJP के 'दरार' वाले आरोपों पर बोलीं प्रियंका गांधी
दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी ने निजी कंपनी एबीजी शिपयार्ड द्वारा कथित तौर पर बैंकों के साथ 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी किये जाने के मामले में कांग्रेस पर पलटवार करते हुए रविवार को कहा कि ये ऋण संप्रग के शासन काल में दिये गये थे, जबकि मोदी सरकार ने घोटालेबाज प्रवर्तकों (प्रोमोटर्स) के खिलाफ कार्रवाई की है. बीजेपी के प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य सईद ज़फर इस्लाम ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस का केंद्र सरकार पर हमला करना ‘उल्टे चोर कोतवाल को डांटे' जैसा है. इस्लाम ने कहा कि ये सभी ऋण बीजेपी के 2014 में सत्ता में आने से पहले दिये गये थे. उन्होंने आगे कहा कि वास्तविकता तो यह है कि इन्हें बीजेपी से पहले की सरकार ने ही गैर-निष्पादित परिसम्पत्तियां (एनपीए) घोषित कर दिया था.
''इतिहास को नहीं समझते'' : गोवा की आजादी को लेकर पीएम के बयान पर राहुल का करारा जवाब...
उन्होंने कहा कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद जरूरी प्रक्रियाओं का अनुसरण किया गया है और इन धांधलियों की पहचान की गयी. उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमने कार्रवाई की और इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिये गये.'' बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस इसका खुलकर विरोध कर रही है. उसी की सरकार ने वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ 'फोन बैंकिंग' घोटाला किया था, जिसके तहत बैंकों को इन प्रवर्तकों से कमीशन लेने के बाद ऋण मंजूर करने के लिए मजबूर किया गया. वे धोखाधड़ी के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सभी प्रवर्तकों साथ उनकी मिलीभगत थी. हमारी सरकार ने इन धोखाधड़ी का पता लगाया है.''
कांग्रेस ने रविवार को मोदी सरकार पर गुजरात स्थित एबीजी शिपयार्ड द्वारा 22,842 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी में मिलीभगत का आरोप लगाया है और इस धोखाधड़ी को ‘भारत की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी' करार दिया है. विपक्षी दल ने सवाल किया कि एबीजी शिपयार्ड के परिसमापन की कार्यवाही के बाद सरकार ने 28 बैंकों की कथित धोखाधड़ी के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने में पांच साल क्यों लगाए.
"मैं अपने भाई के लिए जान दे सकती हूं", BJP के 'दरार' वाले आरोपों पर बोलीं प्रियंका गांधी