- द ग्रेट खली ने राधिका हत्याकांड को दुखद बताया और कहा कि बेटियों का समर्थन करना आवश्यक है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.
- पूर्व आईपीएस किरण बेदी ने कहा कि पिता की मानसिकता और सामाजिक संस्कृति के प्रभाव के कारण बेटी से असहमति हुई, जिससे हत्या हुई.
- द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट ने परिवारों से अपील की कि वे बेटियों को प्यार और समझदारी से संभालें और उनकी आजादी दें.
गुरुग्राम में 10 जुलाई को टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या उनके पिता ने कर दी थी. राधिका यादव की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार आरोपी पिता दीपक यादव को शनिवार को गुरुग्राम कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस घटना को 'द ग्रेट खली' ने बेहद दुखद बताया है. उनका कहना है कि इस तरह की घटना फिर से नहीं होनी चाहिए. प्रधानमंत्री 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की बात करते हैं, लेकिन यह घटना बेहद अफसोसजनक है.
लोगों को अभी भी बदलने की ज़रूरत
खली ने आगे कहा कि जब तक हम अपनी बेटियों का समर्थन नहीं करेंगे, हम विश्वगुरु नहीं बन सकते. मेरी भी एक बेटी है. बेटियां बेटों से कम नहीं होतीं, और यह सब मानसिकता का मामला है. जिसे कुछ लोगों को अभी भी बदलने की ज़रूरत है. सभी को अपनी बेटियों का समर्थन करना चाहिए और उन्हें खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए.
शायद वह किसी बुरी संगत में था
टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव हत्याकांड पर पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की पूर्व अधिकारी किरण बेदी का भी बयान आया है. उन्होंने कहा "मुझे लगता है कि पिता के मन में अपनी बेटी की दो छवियां थीं. एक छवि उसे चैंपियन बनाने की . मुझे लगता है कि बाद में, जब वह चैंपियन बन गई और अपने दम पर उभरने लगी, तो उसके पास एक ऐसा दृष्टिकोण था जिससे अब वह (पिता) सहमत नहीं था. क्यों? मुझे लगता है कि वह अपने आस-पास की सामाजिक संस्कृति से प्रभावित हो रहा था. शायद वह किसी बुरी संगत में था, शायद वह किसी बुरे समाज में था."
लड़कियां कोमल हृदय की होती हैं
द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट ने इस घटना की निंदा की. उनका मानना है कि अगर कोई बच्चा गलती करता है, तो परिवार की जिम्मेदारी उसे समझाने की होती है. महावीर फोगाट ने कहा, "मैं इस घटना की निंदा करता हूं. अगर कोई बच्चा गलती करता है, तो परिवार की जिम्मेदारी होती है कि उसे समझाया जाए."
उन्होंने कहा, "अगर बेटा घर से बाहर कुछ करे, तो उसे नजरअंदाज कर दिया जाता है. लेकिन, अगर लड़कियां घर से बाहर निकलें और उनके बारे में कोई कुछ कह दे, तो परिवार को इस तरह का कदम नहीं उठाना चाहिए. माता-पिता को अपने बच्चे की सुननी चाहिए. लड़कियां कोमल हृदय की होती हैं, उनके प्यार से समझाना चाहिए. वह माता-पिता की बात मान लेती हैं. अगर बच्चा रास्ता भटक जाता है, तो उसे बैठाकर समझाना चाहिए. मैंने भी अपनी बेटियों को आजादी दी है." महावीर फोगाट ने अपील करते हुए कहा कि सरकार बेटियों को बचाने और उन्हें पढ़ाने के लिए अभियान चला रही है. माता-पिता को भी इसमें सहयोग करना चाहिए.
वेस्टर्न कल्चर का असर
इस मामले पर केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि आजकल जो समाज में हो रहा है कहीं न कहीं ये वेस्टर्न कल्चर का असर है. एफआईआर दर्ज कर ली गई है, आरोपी गिरफ्तार हो गया है लेकिन जांच पूरी होने तक कुछ भी कहना ठीक नहीं है. यह घरेलू मामला है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि मुझे कुछ कहना चाहिए.
कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर राधिका के एक वीडियो पोस्ट करने की वजह से पिता दीपक यादव नाराज थे. यही वजह रही कि उन्होंने गुरुग्राम के सेक्टर-57 स्थित अपने घर में राधिका को गोली मार दी. जब पिता ने गोली चलाईं, तो राधिका परिवार के लिए खाना बना रही थीं. 23 मार्च 2000 को जन्मीं राधिका ने छोटी सी उम्र में ही टेनिस में करियर शुरू किया था. वह जल्द ही हरियाणा की टॉप डबल्स खिलाड़ियों में शुमार हो गईं. 4 नवंबर 2024 तक राधिका आईटीएफ रैंकिंग में युगल खिलाड़ी के रूप में 113वें नंबर पर थीं. राधिका एआईटीए अंडर-18 कैटेगरी में टॉप-100 में रह चुकी थीं. साल 2018 में राधिका ने 75वीं रैंक हासिल की थी.