- पंजाब में भारी बारिश से आई बाढ़ में 37 लोगों की मौत हुई और 23 जिलों की 1.75 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि नष्ट हुई.
- यह बाढ़ पंजाब में 1988 के बाद का सबसे बड़ा सैलाब माना जा रहा है जिससे व्यापक नुकसान हुआ है.
- राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल ने मृतकों के परिवारों के लिए लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में नौकरी देने का ऐलान किया
Punjab Flood Crisis : पंजाब में भारी बारिश के चलते आई भीषण बाढ़ ने हालात बेहद गंभीर बना दिए हैं. अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य के 23 जिलों में 1.75 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि पर खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. यह 1988 के बाद का सबसे बड़ा सैलाब माना जा रहा है.
इस संकट के बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल ने बाढ़ पीड़ितों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने घोषणा की है कि बाढ़ में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार से एक सदस्य को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) में नौकरी दी जाएगी . यह कदम उन परिवारों को राहत देने की दिशा में एक मानवीय प्रयास है, जिन्होंने इस आपदा में अपनों को खोया है.
Punjab Flood : राहत और पुनर्वास उपाय के रूप में 71 करोड़ रुपये जारी
वहीं, पंजाब सरकार ने तत्काल राहत और पुनर्वास उपाय के रूप में 71 करोड़ रुपये जारी किए, साथ ही ‘आप' सरकार ने दोहराया कि वह लोगों को उनके नुकसान की भरपाई के लिए प्रतिबद्ध है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान बृहस्पतिवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और फसल क्षति का जायजा लिया.
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया. वह राज्य में जारी राहत कार्यों का लिया और प्रभावित लोगों से बातचीत की.