'पार्टी ही सुप्रीम है', पंजाब CM चरणजीत सिंह चन्नी ने नवजोत सिद्धू को किया फोन- 'आइए करें बात'

सीएम चन्नी ने कहा कि अगर नियुक्तियों और तबादलों पर किसी को भी कोई आपत्ति है तो उसे ठीक किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस मुदे पर वो हठधर्मी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें कोई इगो इश्यू नहीं है. जो प्रधान होता है, वही हेड होता है. उन्होंने कहा कि पंजाब से जुड़े मुद्दों को किसी भी कीमत पर हाशिए पर नहीं धकेला जाएगा.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज सुबह नवजोत सिंह सिद्धू से फोन पर बात की.

चंडीगढ़:

पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने  आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) से फोन पर बात की और उन्हें कहा कि अगर किसी मुद्दे पर मतभेद है तो आइए बात करें. उन्होंने चंडीगढ़ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कहा कि पार्टी ही सुप्रीम है और सिद्धू से बातचीत के लिए आगे आने को कहा है.

सीएम चन्नी ने कहा कि अगर नियुक्तियों और तबादलों पर किसी को भी कोई आपत्ति है तो उसे ठीक किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस मुदे पर वो हठधर्मी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें कोई इगो इश्यू नहीं है. जो प्रधान होता है, वही हेड होता है. उन्होंने कहा कि पंजाब से जुड़े मुद्दों को किसी भी कीमत पर हाशिए पर नहीं धकेला जाएगा.

पंजाब :  CM चन्नी ने दी चुनावी सौगात, बकाया बिजली बिल भरेगी सरकार, कटे कनेक्शन फिर से जोड़ेगी

कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष के पद से अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद चुप्पी तोड़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने वीडियो ट्वीट में पुलिस महानिदेशक और राज्य के महाधिवक्ता की नियुक्तियों पर सवाल उठाए हैं.

क्या है पंजाब का 'बेअदबी मामला', जिसकी आंच में झुलसी कैप्टन की कुर्सी, और सिद्धू भी हो गए 'हिट विकेट' - 5 प्वाइंट में समझें

बताया जा रहा है कि सिद्धू कैबिनेट में कुछ लोगों को शामिल करने समेत चन्नी सरकार द्वार लिए गए कुछ फैसलों से भी नाराज हैं. कहा जा रहा है कि एपीएस देओल की एडवोकेट जनरल के रूप में नियुक्ति ने कथित तौर पर सिद्धू को नाराज कर दिया है. देओल 2015 की बेअदबी मामले में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग मामले में आरोपी एक पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह के वकील थे.

वीडियो: पंजाब की सियासत से जुड़े 5 सवाल, क्या कांग्रेस में तेज होगी गुटबाजी