उत्तर प्रदेश लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी आशीष मिश्रा को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने गुरुवार को जमानत दे दी है. इसको लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने सरकार पर निशाना साधा है. दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा के मद्देनजर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रामपुर जिले में पहुंची. इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में डोर टू डोर कैम्पेनिंग की और लोगों से वोट देने की अपील की. यहां पर उन्हें लोगों से कहते सुना गया कि इस बार वोट रोटी और रोजगार के मुद्दे पर ही दें. इस दौरे के दौरान प्रियंका ने छोटे व्यापारियों और दुकानदारों से भी बातचीत की और उन्हें अपनी पार्टी के घोषणा पत्र की घोषणाएं भी समझाईं. इसके बाद लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने लखीमपुर खीरी मामले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी की यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा.
लखीमपुर में किसानों को कुचलने के आरोपी केंद्रीय मंत्री के पुत्र आशीष को मिली ज़मानत
प्रियंका गांधी ने कहा कि इनके मंत्री के पुत्र ने 6 किसानों को कुचला, क्या उसने इस्तीफा दिया. हमारे प्रधानमंत्री जी बहुत नेक हैं, सब कहते हैं बहुत अच्छे हैं, बहुत नेक हैं, तो उन्होंने इस्तीफा क्यों नहीं मांगा अपने मंत्री से. क्या देश के प्रति उनकी कोई नैतिक जिम्मेदारी नहीं थी. आज उस लड़के (अशीष मिश्रा) को जमानत मिली है, थोड़े ही दिनों में खुलकर घूमेका फिर से, जिसने आपको कुचल डाला. इस सरकार ने किसको बचाना, उन किसानों के परिवारों को बचाया, उनकी पुलिस प्रशासन कहां था जब किसानों को कुचला.
पीएम मोदी ने किसानों को कार से कुचलने के आरोपी मंत्री पुत्र के बारे में क्या कहा
उन्होंने कहा कि जब हम जैसे लोग उन परिवारों से मिलने जा रहे थे, तो हमें रोकने में लगी थी वो पुलिस. तमाम पुलिस-प्रशासन सड़क पर खड़ा था. हम किसका नुकसान करे जा रहे थे. जिसका नुकसान हुआ उसको तुमने बचाया नहीं. जिसने नुकसान किया, उसका बाप तुम्हारे साथ आज भी स्टेज पर खड़ा होता है. एक प्रधानमंत्री की अपने देश के प्रति नैतिक जिम्मेदारी होती है. उस जिम्मेदारी को निभाना उनका धर्म होता है. हर धर्म से ऊपर वो धर्म होता है और जो नेता, जो प्रधानमंत्री, जो सरकार इस धर्म को निभाना नहीं जानती, उस सरकार को नकारो.
वहीं रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ट्वीट किया और लिखा, "क्या व्यवस्था है!! चार किसानों को रौंदा, चार महीनों में ज़मानत…"
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि जमानत के 3 बुनियादी सिद्धांत हैं कि आरोपी को सक्षम नहीं होना चाहिए: 1. गवाहों को डराना, 2. सबूत नष्ट करें, 3. उड़ान जोखिम बनें. आशीष मिश्रा जमानत की शर्त 1 को कैसे पूरा करते हैं? चुनावी मौसम में 3 दिन बाद ही गिरफ्तार मंत्री का बेटा?
लखीमपुर हिंसा: किसानों को कुचलने के आरोपी केंद्रीय मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा को मिली जमानत | पढ़ें