कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्रियों की रैलियों के लिए बसों के इस्तेमाल को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब लाखों मजदूर पैदल चलकर अपने गांव लौट रहे थे, तब भाजपा सरकार ने मजदूरों को बसें मुहैया नहीं करवाई थी. उन्होंने कुछ अखबारों की खबरों का स्क्रिनशॉट शेयर करते हुए यह निशाना साधा है. उन खबरों में बताया गया है कि पीएम मोदी की रैलियों के लिए सरकारी बसों का इंतजाम किया जा रहा है. एक खबर में बताया गया है कि 19 नवंबर को महोबा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए 1600 बसों का इंतजाम किया जा रहा है. इनका खर्च सिंचाई विभाग उठाएगा. इसके साथ ही बताया गया है कि जिला प्रशासन ने परिवहन विभाग से भी बसें मांगी है.
वहीं, दूसरी खबर में बताया गया है कि आजमगढ़ में रैली में भीड़ जुटाने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग से 40 लाख रुपए मांगे गए हैं. एक अन्य खबर में बताया गया है कि कैसे पीएम मोदी की रैली में बसें लगाने के बाद सवारियों के लिए बसों का टोटा हो गया है. सवारियों को अपने गंतव्य तक जाने के लिए बसें नहीं मिल रही हैं.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'लॉकडाउन के दौरान जब दिल्ली से लाखों श्रमिक बहन-भाई पैदल चलकर उप्र में अपने गांवों की तरफ लौट रहे थे, उस समय भाजपा सरकार ने श्रमिकों को बसें उपलब्ध नहीं कराई थीं. लेकिन, पीएम और गृहमंत्री की रैलियों में भीड़ लाने के लिए सरकार जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए खर्च कर रही है.'
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करीब 22,500 करोड़ रुपए की लागत से बने करीब 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का सुल्तानपुर में उद्घाटन करेंगे. बताया जा रहा है कि वहां रैली में भीड़ को पहुंचाने के लिए सरकारी बसों को लगा दिया गया है. सुल्तानपुर के आस-पास के बस स्टेशन खाली पड़े हैं. वाराणसी और फैजाबाद के बस स्टेशन पर भी कुछ ही बसें नजर आ रही हैं. सवारियां वहां पर बसों का इंतजार कर रही हैं. विपक्ष का दावा है कि 2000 राज्य परिवहन की बसों का इस्तेमाल रैली में भीड़ लाने के लिए किया जा रहा है.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का आज उद्घाटन करेंगे PM मोदी, सुखोई, मिराज और जगुआर दिखाएंगे करतब