सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्राकृतिक आपदा के संकट से जूझ रहे हिमाचल सरकार को केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव मदद देने का भरोसा दिलाया है. NDTV से बातचीत में अनुराग ठाकुर ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्राथमिकता ज्यादा से ज्यादा राहत आम लोगों तक पहुंचाने की है. इसके लिए एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव के काम में जुटी हैं. एयरफोर्स की भी मदद राहत-बचाव के काम में ली गई है.
हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से सड़कों को भारी नुकसान हुआ है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय परिवहन मंत्री ने हिमाचल के प्रभावित इलाकों का दौरा किया है और वहां सड़कों को हुए नुकसान का जायजा लिया है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अनियंत्रित और अवैज्ञानिक तकनीक से बनाई जा रहीं इमारतों को हिमाचल में आपदा का मुख्य कारण बताया. उन्होंने कहा है कि भविष्य में राज्य में भवन निर्माण के नियमों और कानून को और सख्त बनाना जरूरी होगा.
पहले जो कानून बने उनका पालन कितना हुआ?
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस बयान पर अनुराग ठाकुर ने कहा, "जहां तक बिल्डिंग बायलॉज का सवाल है, राज्य में जो कानून है उनका पालन भी होना चाहिए. लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी वहां सरकार में थी और आज तक अगर बिल्डिंग बायलॉज अच्छे नहीं बना पाए तो यह सवाल खड़े करता है. जो बिल्डिंग बायलॉज थे उनका कितना पालन हुआ? यह कहना आसान है कि आप नया कानून बनाएं, लेकिन पहले जो कानून बने उनका पालन कितना हुआ... उस पर जोर देना जरूरी है."
किसी को नीचा दिखाकर आप अपनी जान बचाना चाहते हैं
अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के उस बयान की तीखी आलोचना कि जिसमें उन्होंने बिहारी राजमिस्त्रियों को मकान हादसों के लिए जिम्मेदार ठहराया था. अनुराग ठाकुर ने एनडीटीवी से कहा, "केवल ध्यान हटाने के लिए आप किसी और राज्य के लोगों पर कटाक्ष कर दें...यह दिखाता है कि किसी को नीचा दिखाकर आप अपनी जान बचाना चाहते हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए.. यह समय है जब हम सबको साथ मिलकर काम करना चाहिए. जब समय आएगा, जब हम डिजास्टर से बाहर निकलेंगे तो आप रिपोर्ट लाईए कि क्या कारण रहा? क्यों इतना नुकसान हुआ? क्यों राहत बचाव में देरी हुई? इस पर रिपोर्ट बाद में आएगी. अभी मंत्रियों को किसी और पर आरोप लगाने से बचना चाहिए."