- पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के प्राचीर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पहली बार जिक्र किया.
- उन्होंने आरएसएस के सौ वर्ष पूरे होने पर इसके समर्पित स्वयंसेवकों को आदरपूर्वक स्मरण किया.
- पीएम मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को दुनिया का सबसे बड़ा गैरसरकारी संगठन बताया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आज लाल किले की प्राचीर से 100 साल की इस राष्ट्रसेवा की यात्रा में योगदान करने वाले सभी स्वयंसेवकों को आदरपूर्वक स्मरण करता हूं. आरएसएस को दुनिया का सबसे बड़ा गैरसरकार संगठन बताते हुए पीएम ने कहा कि उसका 100 साल का समर्पण का इतिहास है. यह पहला मौका था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से आरएसएस का जिक्र किया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 100 साल का सफर
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के 100 साल पूरा होने का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि इस संगठन की राष्ट्रसेवा की यात्रा पर देश गर्व करता है. उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है और यह प्रेरणा देता रहेगा.
आरएसएस का गठन 25 सितंबर 1925 को हुआ था. यह आरएसएस का शताब्दी वर्ष है. इसका जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''आज से 100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ...100 साल की राष्ट्र की सेवा एक बहुत ही गौरवपूर्ण कार्य है. व्यक्ति निर्माण से लेकर राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य लेकर मां भारती के कल्याण के लिए लाखों स्वयंसेवकों ने अपना जीवन समर्पित किया.''
प्रधानमंत्री ने कहा,''यह एक प्रकार से दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है. 100 साल का समर्पण का इतिहास है.'' मोदी ने कहा, ''आज लाल किले की प्राचीर से 100 साल की इस राष्ट्रसेवा की यात्रा में योगदान करने वाले सभी स्वयंसेवकों को आदरपूर्वक स्मरण करता हूं.'' उन्होंने कहा कि आरएसएस की 100 साल की भव्य, समर्पित यात्रा पर देश गर्व करता है.
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