बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों दिल्ली के दौरे पर हैं. वहां वो विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात पर 2024 लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें एकजुट करने की कोशिश में लगे हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने अपने पुराने सहयोगी प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधा. नीतीश कुमार ने कहा कि प्रशांत किशोर को बिहार के विकास के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्हें शायद अंदर से बीजेपी में रहने या उनको मदद करने का मन होगा.
नीतीश कुमार ने कहा कि वो मेरे साथ आए थे, बाद में मैंने सुझाव दिया कि दूसरी पार्टियों के लिए काम छोड़ दीजिए. लेकिन वो देश भर में ये काम करते रहे, क्योंकि उनका ये धंधा है, इसीलिए उनके बयान का कोई अर्थ नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में भी उन्हें जो करना है करें.
उन्होंने कहा कि 2005 से बिहार में क्या काम हुआ है, इसके बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है. बस सस्ती लोकप्रियता के लिए अनर्गल बात करते रहते हैं. और अगर वो कोई ऐसी-वैसी बात करते हैं तो शायद अंदर से बीजेपी में रहने या उनको मदद करने का मन होगा.
इससे पहले प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को लेकर कहा, "वो एक महीने पहले तो पक्ष में थे, अब विपक्ष की गोलबंदी कर रहे हैं. इसीलिए उनकी विश्वसनीयता कितनी है, ये जनता पर छोड़ देना चाहिए. बिहार में अभी जो नया राजनीतिक प्रयोग हुआ है, मुझे नहीं लगता कि इसका कोई देशव्यापी परिणाम होगा. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद भी मैंने कहा था कि बिहार में राजनीतिक घटना सिर्फ राज्य तक सीमिति है, लेकिन देश की राजनीति में इससे कोई फर्क पड़ेगा ये मुझे नहीं लगता."