Himachal Congress Crisis Updates: राज्यसभा चुनाव में हार के बाद से हिमाचल (Himachal Sukhu Government) की सुक्खू सरकार खतरे में आ गई है. बीजेपी विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राजभवन में जाकर राज्यपाल से मुलाकात की. उन्होंने राज्यपाल से बजट पारित करने के लिए पूरी स्थिति बताई और वोट ऑफ़ डिवीज़न की मांग की. राज्यपाल ने शिकायत मिलने के बाद स्पीकर को तलब किया. हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 विधायकों को निलंबित कर सदन को स्थगित किया.
राज्य में इस समय भारी राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है. राज्यसभा चुनाव में छह कांग्रेस विधायकों के बीजेपी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के बाद ये पूरा घटनाक्रम शुरू हुआ. वहीं दूसरी तरफ वीरभद्र सिंह के बेटे और हिमाचल सरकार में केंद्रीय मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने इस्तीफा दे दिया है. उनका कहना है कि, "हमने पार्टी का हमेशा साथ दिया... मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि वर्तमान समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है. मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं.
प्रियंका गांधी ने कहा कि बीजेपी का रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है. हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है, बीजेपी प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है.
इस्तीफे की पेशकश के बीच सीएम सुक्खू का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि इस्तीफा सौंपने की बात महज अफवाह है हमारी सरकार 5 साल तक चलेगी.
हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए हम सभी को काम करना चाहिए. पक्ष हो या विपक्ष हो, ऐसे समय में हमें अपने अनुशासन का परिचय देना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "जिनसे अपने परिवार, विधायक, पार्टी न संभले वे दूसरों पर ठिकरा फोड़ रहे हैं. जिनके अपने जिले में दो विधायक छोड़ कर चले गए, उसमें बीजेपी क्या कर सकती है. इनके विधायक खुल कर अपनी सरकार के खिलाफ कई बार बोलते थे, क्या वह भी बीजेपी करवा रही थी?"
विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे पर बीजेपी नेता हर्ष महाजन ने कहा, "मैंने उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस सुनी है, उन्होंने बिल्कुल सही कहा है... उन्होंने बताया कि कैसे उनकी और उनके पिता की बेइज्जती की गई, ऐसे में वे क्या करते? उन्होंने जो किया वह नैतिक आधार पर किया, और बिल्कुल ठीक किया."
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 विधायकों को निलंबित कर सदन को स्थगित किया.