उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल में हुए हिंसा को लेकर देश भर में राजनीति गर्म है. विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोला है. वहीं बीजेपी की तरफ से यूपी सरकार का बचाव किया गया है. जानकारी के अनुसार कोर्ट के आदेश का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल पर हमला कर दिया था जिसके बाद हुई हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गयी थी. इस मामले में सात मुकदमे दर्ज। अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. समाजवादी पार्टी सांसद जियाउर्रहमान बर्क़ और स्थानीय सपा विधायक नवाब इक़बाल महमूद के बेटे नवाब सुहैल इकबाल को भी आरोपी बनाया गया है.
समाजवादी पार्टी ने जताया विरोध
समाजवादी पार्टी की तरफ से हिंसा के मामले में पार्टी सांसद जियाउर्रहमान बर्क़ और स्थानीय सपा विधायक नवाब इक़बाल महमूद के बेटे नवाब सुहैल इकबाल को आरोपी बनाए जाने का विरोध किया गया है. पार्टी के नेता अखिलेश यादव सांसदों के साथ लोकसभा अध्यक्ष से मिलने पहुंचे हैं. उन्होंने इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष से हस्तक्षेप की मांग की है. इससे पहले रविवार को उन्होंने अदालत से भी हस्तक्षेप की मांग की थी.
हिंसा के लिए प्रशासन जिम्मेदार: सांसद जिया उर रहमान बर्क
संभल के सांसद जिया उर रहमान वर्क का कहना है कि संभल में चार नहीं पांच हमारे नौजवानों की जान जा चुकी है. इसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है. उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने सरकारी नहीं, बल्कि प्राइवेट असलाह से गोली चलाई है. ऐसे लोग जेल में जाएं, ताकि उनके परिवार वाले को इंसाफ मिल सके जिन्होंने अपनो को खोया है. अगर कोर्ट का आदेश था तो सर्वे तो पहले हो चुका था. ऐसा कौन-सा इमरजेंसी था कि आप तुरंत सर्वे करने फिर से पहुंच गए. कोर्ट कमिश्नर ने खुद ही कहा था कि सर्वे हो चुका है. उनके पास कोर्ट का आदेश नहीं था.
संभल विवाद में यूपी सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण : प्रियंका गांधी वाड्रा
प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए यूपी सरकार से कड़े सवाल किए. उन्होंने लिखा, "संभल, उत्तर प्रदेश में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इतने संवेदनशील मामले में बिना दूसरा पक्ष सुने, बिना दोनों पक्षों को विश्वास में लिए प्रशासन ने जिस तरह हड़बड़ी के साथ कार्रवाई की, वह दिखाता है कि सरकार ने खुद माहौल खराब किया। प्रशासन ने जरूरी प्रक्रिया और कर्तव्य का पालन भी जरूरी नहीं समझा. "
उन्होंने आगे कहा, "सत्ता में बैठकर भेदभाव, अत्याचार और फूट फैलाने का प्रयास करना न जनता के हित में है, न देश के हित में. माननीय सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेकर न्याय करना चाहिए। प्रदेश की जनता से मेरी अपील है कि हर हाल में शांति बनाए रखें."
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- यह हत्या है
संभल में पथराव की घटना पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि संभल की मस्जिद 50-100 साल पुरानी नहीं है, यह 250-300 साल से अधिक पुरानी है और अदालत ने लोगों की बात सुने बिना एक पक्षीय आदेश पारित कर दिया.'' मस्जिद जो गलत है...जब दूसरा सर्वे हुआ तो कोई जानकारी नहीं दी गई...लोग जिस सर्वे का दावा कर रहे हैं उसका वीडियो पब्लिक डोमेन में है. जिसमें दिख रहा है कि सर्वे के लिए आए लोगों ने भड़काऊ नारे लगाए थे. हिंसा हुई, तीन मुसलमानों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हम इसकी निंदा करते हैं. यह गोलीबारी नहीं बल्कि हत्या है..''
यूपी में पुलिस को गुंडा बना दिया गया है: तेजस्वी यादव
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और RJD नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस के लोगों को गुंडा मवाली में बदल दिया गया है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है... भाजपा नफरत ही नहीं फैला रही, ये किसी भी प्रकार से देश को तोड़ना चाहते हैं. अगर इस तरह का प्रयास बिहार में कोई करेगा तो हम चुप बैठने वाले नहीं हैं.
हिंसा की सीबीआई जांच हो: चंद्रशेखर
संभल की घटना पर आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद ने NDTV से खास बातचीत में कहा, 'हमने आज लोकसभा में संभल का विषय उठाया. वहां जो गोली से प्रदेश चलाने की कोशिश की जा रही है, जनता की आवाज को दबाया जा रहा है, यह दुखद है. अगर सरकार निरंकुश हो जाए, तो हम लोग यहीं से तो जवाब देंगे. जब वरशिप एक्ट 1991 है, वह कहता है कि आजादी के समय जो धार्मिक स्थल जिस स्थिति में था, वैसा रहेगा तो फिर यह सब क्यों हो रहा है? कोर्ट एक पक्ष को सुनकर क्यों आर्डर पास कर रहा है.
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